बिहार बदलाव यात्रा के तहत गोपालगंज के तीन दिवसीय दौरे पर पहुंचे प्रशांत किशोर, पहले दिन चार जनसभाओं को किया संबोधित छपरा और सीवान पहुंचे तेजस्वी यादव ने शहीद जवानों को दी श्रद्धांजलि, परिजनों से हर संभव मदद का किया वादा BIHAR: मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, सेकेंड्री लोडिंग प्वाइंट से होगी आपूर्ति बिहार में MSP पर दलहन-तेलहन खरीद के लिए नई व्यवस्था होगी लागू, बाजार मूल्य की अनिश्चितता से किसानों को मिलेगी राहत Bihar Crime News: बिहार में लूटपाट के दौरान युवक को मारी गोली, घर लौटने के दौरान बदमाशों ने बीच रास्ते में घेरा Bihar News: बिहार के इस जिले में 1000 करोड़ की लागत से सीमेंट ग्राइंडिंग इकाई की होगी स्थापना, 200 एकड़ में लगेगा उद्योग...500 लोगों को रोजगार Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Bihar News: बिहार में मानसून में बालू खनन पर पूर्ण प्रतिबंध, नहीं प्रभावित होगी आपूर्ति; सरकार ने की यह व्यवस्था Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान Hot Water Bath: हर दिन गर्म पानी से नहा रहे हैं? सेहत पर पड़ सकता है ये असर; जानिए.. फायदे और नुकसान
01-Sep-2024 09:50 PM
By Dhiraj Kumar Singh
JAMUI: जमुई जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के रहने वाले बुजुर्ग रविंद्र सिंह को सरकारी कागजों में मरा हुआ घोषित कर दिया गया है। रविंद्र सिंह को जब से इस बात की जानकारी लगी तब से ही वो खुद को जिंदा होने का सबूत पेश करने के लिए सरकारी कार्यालयों का चक्कर लगा रहे हैं। सरकारी अधिकारियों से सरकार द्वारा दिये जाने वाले वृद्धा पेंशन को शुरू कराने की गुहार लगा रहे हैं लेकिन उनकी बात सुनने वाला कोई नहीं है।
रविंद्र कुमार सिंह ने बताया कि उन्होंने वृद्धावस्था पेंशन योजना के लिए आवेदन किया था. लेकिन उनके आवेदन को निरस्त कर दिया गया. जब उन्होंने आवेदन निरस्त करने का कारण पूछा, तब उन्हें बताया गया कि उनकी मौत हो गई है. जिस कारण उनके आवेदन को स्वीकृत नहीं किया जा सकता है.
पहले भी रद्द कर दिया गया था उनका आवेदन
रविंद्र सिंह ने बताया कि उनका आवेदन पहले भी दो बार रद्द किया जा चुका है. उन्होंने इससे पूर्व में दो और बार वृद्धावस्था पेंशन के लिए आवेदन किया था. लेकिन उनका आवेदन दोनों बार रद्द कर दिया गया. लेकिन तब उन्हें कारण नहीं पता चल सका था. जब तीसरी बार उनका आवेदन रद्द किया गया तब उन्होंने प्रखंड कार्यालय जाकर इसके बारे में पता करने का प्रयास किया.
प्रखंड कार्यालय से उन्हें जो बताया गया उसके बाद उनके पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्हें बताया गया कि उनकी मौत हो चुकी है और इस कारण उन्होंने योजना का लाभ नहीं दिया जा सकता. अब रविंद्र कुमार सिंह मामले मेंकार्रवाई करने की गुहार लगाई है. वही जीवित व्यक्ति को मरा हुआ घोषित करने का यह मामला जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है.
पूरे मामले पर प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार चक्रवर्ती ने कहा कि कई बार केवाईसी नहीं करने के कारण ऐसा होता है. उन्होंने कहा कि मामले में जांच कराई जाएगी और जो गलती हुई है उसे सुधार लिया जाएगा. बहरहाल जमुई जिले का यह अनोखा मामला अब चर्चा में बना हुआ है.