India Largest Airport: यहां मौजूद है भारत का सबसे बड़ा एयरपोर्ट, दिल्ली और मुंबई के हवाई अड्डे भी इसके सामने हैं फेल Jacob Bethell: 136 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ने जा रहा इंग्लैंड का यह नौजवान क्रिकेटर, अचानक इस फैसले से हैरान हुए तमाम क्रिकेट फैंस Bihar News: 10 सूत्री मांगों को लेकर बिहार में कर्मचारियों की हड़ताल, कामकाज पूरी तरह ठप; सहकारिता मंत्री को सौंपा गया ज्ञापन Krishna Janmashtami 2025: आज है कृष्ण जन्माष्टमी, जानें... कैसे करें बाल गोपाल का श्रृंगार और प्रसाद अर्पित AMCA: 5वीं पीढ़ी का देसी फाइटर जेट जल्द भरेगा उड़ान, राफेल, Su-57 और F-35 को मिलेगी कड़ी टक्कर ऑस्ट्रेलिया को पहला विश्वकप जिताने वाले Bob Simpson का निधन, कई दिग्गज क्रिकेटर इन्हें मानते थे अपना गुरु Bihar Weather: बिहार के 15+ जिलों में आज बारिश की संभावना, मौसम विभाग का अलर्ट जारी Bihar News: एक्सरसाइज के दौरान सातवीं के छात्र को आया हार्ट अटैक, देखते ही देखते चली गई जान Bihar News: बिहार में डैम में डूबने से आठवीं के दो छात्रों की मौत, स्कूल से लौटने के दौरान हादसा Bihar News: बिहार में डैम में डूबने से आठवीं के दो छात्रों की मौत, स्कूल से लौटने के दौरान हादसा
27-Oct-2020 09:54 AM
By Ranjan Kumar
ROHTAS : सासाराम के वर्तमान विधायक और जदयू प्रत्याशी डॉ. अशोक कुमार को उस समय फजीहत का सामना करना पड़ा जब वे वोट मांगने मुरादाबाद पहुंचे. लोगों ने जब उनसे उनके काम का हिसाब मांगा, तो विधायक जी को गुस्सा आ गया और उन्होंने गुस्से में मतदाताओं से कह दिया-'जाओ मुझे नहीं चाहिए तुम्हारा वोट.'
सासाराम विधानसभा क्षेत्र के जदयू प्रत्याशी अशोक कुमार का यह वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है. दरअसल, अशोक कुमार वोट मांगने जनता के बीच पहुंचे थे. लेकिन इस दौरान लोग उनके काम का हिसाब मांगने लगें, जिससे विधायक जी नाराज हो गए. इतना ही नहीं जनता पर ही चिल्लाते हुए उन्होंने कहा-"मुझे तुम्हारा वोट नहीं चाहिए". लोगों ने उन पर रंगदारी से बात करने का आरोप लगाया तो विधायक जी और गुस्सा हो गए. फिर कहने लगे कि 'मैं तुम्हारा गुलाम नहीं हूं' जिस पर लोग भी चिल्ला चिल्ली करने लगे.
बता दें कि सासाराम के जदयू प्रत्याशी डॉ. अशोक कुमार पिछले महीने ही राजद छोड़कर जदयू में आए हैं। जिसके बाद जदयू ने उन्हें टिकट देकर सासाराम से उम्मीदवार बनाया है. हाल ही में राजद छोड़कर एनडीए के पाले में जाने के बाद अचानक टिकट लेकर मैदान में आने से जदयू तथा भाजपा के जमीनी कार्यकर्ता उन्हें अभी तक हृदय से स्वीकार नहीं कर पाए हैं. इसके बाद आए दिन इस तरह के नोकझोंक देखने को मिलते रहते हैं.