ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Revenge: 43 साल पहले हुई थी दादा की हत्या, पोते ने अब जाकर हत्यारे को सुनाई 'सजा-ए-मौत' India Ethiopia: "पाकिस्तानी आतंकी खून-खराबा करने आए थे", खुलकर भारत के समर्थन में आया एक और देश Bihar News: NHAI के GM पर CBI का शिकंजा, रिश्वतखोरी मामले में 6 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल Bihar bus service: बिहार में 255 रूटों पर चलेंगे नए पब्लिक ट्रांसपोर्ट, 25 रूटों की पहली बार हुई पहचान – सरकार ने मांगी जनता की राय Indian Navy Stitched Ship: भारतीय नौसेना को आज मिलेगा अनोखा जहाज, जो किसी और देश के पास नहीं.. 5वीं शताब्दी से जुड़ा है कनेक्शन Bihar news: गया जी में आग का कहर; 4 बसें जलकर हुई खाक, अफरातफरी का माहौल Bihar News: वज्रपात ने ली बच्ची समेत 3 लोगों की जान, मौसम विभाग का नया अलर्ट जारी Bihar Teacher: पिछले 2 साल में 900 अनुशासनहीन गुरुजी पर कार्रवाई, कोई गांजा पीकर मस्त, कोई अश्लील हरकत में लिप्त Bihar ANM recruitment court decision: बिहार के युवाओं के लिए कोर्ट ने कर दिया रास्ता साफ, अब मिलेंगे 10,600 नियुक्ति पत्र Bihar Teacher Recruitment: राज्य में 7,279 विशेष शिक्षकों की होगी बहाली, BPSC को जारी की गई गाइडलाइंस

जलजमाव का तोड़ है जल संरक्षण, किसानों को भी होगा फायदा: आर.के.सिन्हा

जलजमाव का तोड़ है जल संरक्षण, किसानों को भी होगा फायदा: आर.के.सिन्हा

27-Jun-2021 05:01 PM

PATNA:  पटना में हुई लगातार बारिश से कई इलाकों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी है। कई क्षेत्रों में तो जलजमाव के कारण सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया है। एक दिन बारिश से पटना की स्थिति नारकीय हो गयी है। इस समस्या पर पूर्व सांसद आर.के.सिन्हा ने कहा कि यह गंभीर समस्या है। जिसका तोड़ सिर्फ और सिर्फ जल संरक्षण है। जल को संरक्षित करके हम इस पानी को कृषि कार्यों में इस्तेमाल कर सकते हैं। जिससे किसानों को भी फायदा होगा। किसानों के खेतों तक पानी आसानी से मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि 2019 में भी अमूमन यही स्थिति थी। उस वक्त केंद्र और राज्य सरकार के समक्ष उन्होंने यह समस्या रखी थी और बारिश के जल को संरक्षित करने की बात कही थी। 


पूर्व सांसद आर.के.सिन्हा ने बताया कि पटना के सर्वागिण विकास के लिए अब एक ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए। जिसमें हम पटना महानगर के जल निकासी की बात छोड़ बारिश के जल को संरक्षण करने पर जोर दें। जरूरी यह भी है कि केंद्र और राज्य सरकार मिलकर बारिश के जल संरक्षण की बातें करें और इजराल के पैटर्न पर उसको भूमिगत संरक्षित करके उसे कृषि कार्यों में उपयोग करेंI  खुले नालों को तो नाली में बदल दिया हैI


खुले बड़े नालों को भरकर उनमें छोटे-छोटे पाइप डाल दिये है। एक तो उसकी इतनी क्षमता भी नहीं है और दूसरी उसकी सही ढंग से सफाई कभी हो ही नहीं सकती है। हमेशा सभी पम्प खराब पड़े रहते हैं। इसलिए अब हमें पटना महानगर के जलजमाव को एक बहुत सकारात्मक ढंग से उसका संरक्षण करके उस उर्वरकों से परिपूर्ण जल का कृषि में उपयोग करने के लिए काम करना होगा। इससे कभी किसानों के समक्ष सिंचाई की समस्या नहीं आएगी और जलजमाव से भी लोगों को मुक्ति मिलेगी।