ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: बंद बोरे में शव मिलने की अफवाह का वैशाली पुलिस ने किया खुलासा, बोरे से निकला दर्जनों मरा हुआ चूहा BIHAR: कंपाउंडर के बेटे ने नीट में 390 रैंक हासिल कर पिता का सपना किया साकार, पहले प्रयास में मिली सफलता बिहार वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार बने धार्मिक न्यास पर्षद के सदस्य, वैश्य समाज के लोगों ने दी बधाई ROHTAS: जेल से छूटकर आने के बाद भाई के जख्म का लिया बदला, चलती बस में आरोपी को मारा चाकू ARRAH: समाजसेवी अजय सिंह ने बखोरापुर में मनाया जन्मदिन, खिलाड़ियों और छात्रों को किया सम्मानित डोमिसाइल नीति पर तेजस्वी यादव और आरजेडी की दोहरी सोच बेनकाब: ऋतुराज सिन्हा भाजपा को चाहिए सिर्फ आपका वोट, सीवान में बोले मुकेश सहनी..आपकी तकलीफों से बीजेपी कोई लेना-देना नहीं How to Become Pilot: 12वीं के बाद पायलट बनने का सपना करें पूरा, जानें... कौन सा कोर्स है जरूरी Bihar News: 19 जून को इस जिले में लगेगा रोजगार कैंप, 8वीं पास से लेकर ITI वालों तक के लिए नौकरी Bihar News: शराब मामले में गिरफ्तार महादलित युवक की जेल में मौत, परिजनों का हंगामा

BJP सरकार में संकटमोचक रहे जेटली...वित्त मंत्री रहते जेटली ने लिए कई कड़े और महत्वपूर्ण फैसले

BJP सरकार में संकटमोचक रहे जेटली...वित्त मंत्री रहते जेटली ने लिए कई कड़े और महत्वपूर्ण फैसले

24-Aug-2019 01:32 PM

By 13

DESK: पूर्व वित्त मंत्री और बीजेपी के कद्दावर नेता अरुण जेटली को खोने का गम पूरे देश को है. मोदी सरकार की सफलता में जेटली का महत्वपूर्ण योगदान रहा है. अरुण जेटली ने वित्त मंत्री रहते हुए कई ऐसे फैसले लिए जिसे सालों तक याद रखा जाएगा. मोदी सरकार ने आर्थिक मोर्चे पर कई बड़े फैसले लिए जिनमें जीएसटी, आईबीसी प्रमुख हैं. अरुण जेटली के वित्त मंत्री रहते हुए देश में महंगाई पर काबू पाया गया. एनपीए भार को बैंक के ऊपर से कम करने के लिए अरुण जेटली ने अनेक प्रयास किए हैं. एसबीआई के समूह बैंक को एक करने में भी उनके प्रयास को याद रखा जाएगा. जेटली को मिला टैक्स रिफॉर्म का बड़ा जिम्मा  जब 1 जुलाई 2017 को केंद्र और राज्‍यों के 17 से ज्‍यादा इनडायरेक्‍ट टैक्‍स के बदले में जीएसटी लागू किया गया, तब जेटली ही वित्त मंत्री थे. उस समय तक जीएसटी 150 देशों में लागू हो चुका था. भारत 2002 से इस पर विचार कर रहा था. 2011 में यूपीए सरकार के समय तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने भी इसे लागू कराने की कोशिश की थी. लेकिन यह एनडीए की सरकार बनने के तीन साल बाद 2017 में लागू हो सका. राफेल पर संभाला मोर्चा जब राफेल लड़ाकू विमान के सौदे में भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे विपक्ष ने पीएम मोदी और तत्कालीन रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण को घेरा, तब जेटली संसद में मोर्चा संभाले दिखे. उन्होंने लोकसभा में राफेल पर बहस के दौरान कहा, ‘कांग्रेस को जहाज और लड़ाकू जहाज के बीच का मौलिक अंतर ही नहीं पता. हमारे समय जो पहला विमान हमें मिलेगा, उसकी कीमत यूपीए के समय तय किए गए बेसिक विमान से 9% कम होगी. वेपनाइज्ड विमान की कीमत 20% तक कम होगी.' उन्होंने इस मुद्दे पर सवाल उठा रही कांग्रेस से नेशनल हेराल्ड, अगस्ता-वेस्टलैंड और बोफोर्स पर सवाल पूछ लिए.