ब्रेकिंग न्यूज़

'क्या झूठ बोलकर बॉस से छुट्टी लेना पाप है?' इस सवाल का प्रेमानंद महाराज ने दिया बड़ा ही रोचक जवाब BHOJPUR: वर्मा फाउंडेशन ग्रुप ने रचा इतिहास, 124 छात्रों का सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (CHO) पद पर चयन राघोपुर की जनता से प्रशांत किशोर ने कह दी बड़ी बात, बोले..हम यहां से चुनाव लड़ें या न लड़ें, कल से आपके जीवन में बदलाव आना शुरू हो जाएगा Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Crime News: एक ही परिवार के पांच लोगों ने की खुदकुशी, दो बेटों-दो बेटियों के साथ महिला ने दी जान Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Crime News: महिला कर्मचारियों से बदसलूकी पर बेतिया में बड़ा एक्शन, डाटा एंट्री ऑपरेटर गिरफ्तार; संविदा भी समाप्त हुई Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले? Bihar Election 2025: NDA की बैठक में शामिल होने के लिए दिल्ली रवाना हुए संजय झा, NDA में सीट शेयरिंग पर क्या बोले? Bihar News: बिहार में पुलिसकर्मियों की अवैध वसूली का वीडियो वायरल, SP ने ले लिया बड़ा एक्शन

जंजीर में जकड़ी चार दिव्यांग भाइयों की जिंदगी, बेसहारा बच्चों को नहीं मिल रही सरकारी सहायता

जंजीर में जकड़ी चार दिव्यांग भाइयों की जिंदगी, बेसहारा बच्चों को नहीं मिल रही सरकारी सहायता

14-Aug-2019 06:52 PM

By 7

SASARAM : चार दिव्यांग भाइयों से जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है. जिसे जानने के बाद लोगों के रोंगटे खड़े हो जायेंगे. रोहतास जिले से ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं. जो सरकार की अनेकों कल्याणकारी योजनाओं पर सवालिया निशान खड़ा करती हैं. मानवता को झकझोर देने वाली इन तस्वीरों में साफ तौर पर देखा जा रहा है कि किस तरह जंजीर में बंधे चार भाई अपने जीवन में किसी फरिश्ते का आने का इंतजार कर रहे हैं. किस्मत की मार झेल रहे इन दिव्यांग बच्चों के मां बाप को सरकारी सुविधा मिलने का इंतजार है. https://www.youtube.com/watch?v=t5jqttSlifQ लोहे की जंजीर में बंधे इन सपनों को सहायता की जरूरत है. मदद की दरकरार है. पूरी आपबीती रोहतास जिले के डेहरी की है. जहां बारह- पत्थर मोहल्ले में एक गरीब परिवार के 4 भाइयों की जिंदगी अभिशाप बन गई है. शरफुउद्दीन अंसारी और प्रवीण बीवी के चार बच्चों की जिंदगी जंजीर में सिमट गई है. शरफुउद्दीन और प्रवीण के कुल 8 बच्चे हैं. जिनमें चार लड़कों की मानसिक स्थिति बिल्कुल भी ठीक नहीं है. बताया जा रहा है कि पांचवे बेटे की भी प्रारंभिक हालत वैसी ही होती जा रही है. पिता शरफुउद्दीन ने बताया कि जन्म के समय बच्चे बिलकुल स्वस्थ्य थे लेकिन दो साल से चार साल उम्र बीतने के बाद बच्चों की मानसिक स्थिति बिगड़ने लगी. पैसे के अभाव में बच्चों का इलाज नहीं हो पाया. बच्चों के पैरों में पड़ी ये बेड़ियां सरकार से अपने आप में एक सवाल पूछ रही हैं क्योंकि दिव्यांगों को मिलने वाला पेंशन भी इनको नहीं दिया जा रहा है. मामला सामने आने के बाद डिहरी के एसडीएम लाल ज्योतिनाथ शाहदेव ने मदद का भरोसा दिलाया है. उन्होंने कहा कि जल्द ही चारो दिव्यांगों को पेंशन सुविधा दी जाएगी. सासाराम से रंजन कुमार की रिपोर्ट