ब्रेकिंग न्यूज़

हजारीबाग डाक मंडल बना देश का नंबर 1, डाक जीवन बीमा में एक दिन में 5 करोड़ से अधिक प्रीमियम डिपॉजिट बेगूसराय में युवक की निर्मम हत्या: चाकू से गोदा, गोली मारी, प्रेम प्रसंग में मर्डर की आशंका डाईआर्च ग्रुप ने दिल्ली में खोला नया ऑफिस, Real Estate से लेकर FMCG सेक्टर तक का विस्तार Bihar Teacher News: बिहार के सरकारी प्लस-2 विद्यालयों में नए बहाल 5728 प्रधानाध्यापकों की हुई पदस्थापन, लिस्ट..... Life Style: सावन में क्यों नहीं खानी चाहिए कढ़ी और साग? जानिए... सही कारण Bihar Elections: इस पार्टी से चुनाव लड़ेंगे पवन सिंह? सुपरस्टार के संकेत से सियासी हलचल तेज Sawan 2025: बिहार के 5 प्रमुख कांवर रुट, जहां मिलती है श्रद्धालुओं की जबरदस्त भीड़ Manrega Yojna Bihar: एक दर्जन से अधिक पंचायत सेवकों पर फर्जीवाड़े का आरोप, अब होगी कार्रवाई Cricket: टेस्ट में भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज, टॉप 3 में इंग्लैंड के 2 बल्लेबाज शामिल INDvsENG: रुट के शतक से द्रविड़ को नुकसान, जयवर्धने और स्मिथ जैसे दिग्गज भी रह जाएंगे पीछे

गायघाट महिला रिमांड होम: काम्या मिश्रा की टीम ने 1 पीड़िता का बयान दर्ज किया, अब मजिस्ट्रेट के सामने होगी पेशी

गायघाट महिला रिमांड होम: काम्या मिश्रा की टीम ने 1 पीड़िता का बयान दर्ज किया, अब मजिस्ट्रेट के सामने होगी पेशी

19-Feb-2022 09:12 AM

PATNA : हाईकोर्ट के निर्देश के बाद पटना के गायघाट महिला रिमांड होम मामले की जांच एसआईटी ने शुरू कर दी है. शुक्रवार को इन्वेस्टिंग आफिसर आईपीएस काम्या मिश्रा ने बिहार बार काउंसिल के चेंबर नंबर 36 में बंद कमरे में तीन घंटे तक चली पूछताछ के आधार पर पहली पीड़िता का बयान दर्ज किया. 


पीड़िता का बयान दर्ज करने के पहले शुक्रवार को ही एसआईटी की टीम ने गायघाट महिला रिमांड होम पहुंच कर जांच पड़ताल की. इस दौरान वहां रह रहीं कई लड़कियों से सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर लगे आरोपों को लेकर पूछताछ की गई. एसआईटी की टीम के द्वारा काफी वक्त तक शेल्टर होम में सघन जांच पड़ताल की गई. 


पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) मानवजीत सिंह ढिल्लों के द्वारा 16 फरवरी को गठित की गई एसआईटी की टीम का शुक्रवार को जांच का पहला दिन था. पटना पुलिस ने सीआरपीसी की धारा 161 के तहत इस पीड़िता का बयान लिया है. इसके आगे अब पीड़िता को मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा. वहीं, इस दौरान पीड़िता की वकील और महिला विकास मंच की राष्ट्रीय अध्यक्ष अरुणिमा सहित केस से जुड़े तमाम लोग बाहर इंतजार करते रहे.


बता दें कि गायघाट स्थित महिला रिमांड होम तब सुर्खियों में आ गया था जब यहां की दो युवतियों ने रिमांड होम की अधीक्षिका वंदना गुप्ता पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. बीते 29 जनवरी को सबसे पहले एक पीड़िता ने बहुत गंभीर आरोप लगाए थे. तब पटना पुलिस ने उसके लगाए आरोपों को नकार दिया था, कोई एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं की थी. इसके बाद पटना हाईकोर्ट ने स्वत: संज्ञान (सुओ मोटो) लेते हुए प्रदेश सरकार और पुलिस को कड़ी फटकार लगाई थी. हाईकोर्ट ने निर्देश दिया था कि पटना पुलिस पूरे मामले की जांच डीएसपी लेवल के अधिकारी से करवाए.