ब्रेकिंग न्यूज़

MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल

बिहार में बाढ़ का बढ़ा दायरा, उत्तर बिहार की नदियों ने लायी आफत

बिहार में बाढ़ का बढ़ा दायरा, उत्तर बिहार की नदियों ने लायी आफत

14-Jul-2019 01:33 PM

By 5

PATNA : नेपाल और उत्तर बिहार में हो रही लगातार बारिश ने सुबह में बाढ़ का दायरा बढ़ा दिया है। सुपौल, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, मधुबनी सहित सीतामढ़ी-मुजफ्फरपुर की सीमा तक बाढ़ का पानी कई जगहों में प्रवेश कर गया है। https://www.youtube.com/watch?v=MgIG11jZCT0 उत्तर बिहार में बनने वाली लगभग सभी नदियां उफान पर हैं। भारी बारिश की वजह से कमला, बागमती, गंडक, बूढ़ी गंडक और कोसी समूह की नदियों के जलस्तर में भारी इजाफा हुआ है। हालात यह है कि जहां चंद दिनों पहले तक सूखे की स्थिति थी वहां अब हर जगह पानी ही पानी है। सुपौल में कोसी नदी का जलस्तर इस साल के अपने रिकॉर्ड लेवल पर है। निर्मली के इलाके में हजारों परिवार विस्थापित हो गए हैं। मुजफ्फरपुर-सीतामढ़ी, सीतामढ़ी-रक्सौल, मुजफ्फरपुर-सुगौली रेलखंड पर रेलवे ट्रैक धंसने की वजह से ट्रेनों का परिचालन बाधित है। मधुबनी में कमला बलान का तटबंध टूट गया है। जयनगर शहर में बाढ़ का पानी घुस चुका है। जलस्तर को देखते हुए कोसी बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हैं। सबसे बुरी स्थिति कमला बराज की है जहां बाढ़ का पानी 3 फीट ऊपर बह रहा है। 1987 के बाद पहली बार कमला बराज के ऊपर पानी चढ़ा है।