ब्रेकिंग न्यूज़

Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द Air India के एक और विमान में आई तकनीकी खराबी, दिल्ली से यहां जा रही फ्लाइट रद्द Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद को लेकर खूनी खेल, फरियाद लेकर थाने पहुंचे लोगों को पुलिस ने भगाया Bihar Crime News: बिहार से आई बेहद शर्मनाक तस्वीर, दबंगों ने मर्यादा को किया तार-तार; सरेआम महिलाओं के सामने की गंदी हरकत Bihar Crime News: बिहार से आई बेहद शर्मनाक तस्वीर, दबंगों ने मर्यादा को किया तार-तार; सरेआम महिलाओं के सामने की गंदी हरकत Bihar Crime News: पुलिस की कस्टडी से चकमा देकर कैदी फरार, पटना सिविल कोर्ट में पेशी से पहले भागा Bihar Crime News: पुलिस की कस्टडी से चकमा देकर कैदी फरार, पटना सिविल कोर्ट में पेशी से पहले भागा Bihar Crime News: बिहार में माहौल खराब करने की कोशिश, शरारती तत्वों ने हनुमान मंदिर को तोड़ा; ग्रामीणों ने किया भारी बवाल Bihar News: हजार करोड़ से ज्यादा खर्च कर यहां होगा फोरलेन सड़क का निर्माण, लाखों लोगों को फायदा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर AAP का बड़ा एलान, पटना पहुंचे केजरीवाल के नेता ने बताया चुनावी प्लान

बिहार : पुलिस पर बड़ी लापरवाही का आरोप, फर्जी अपहरण मामले में युवक को भेजा जेल

बिहार : पुलिस पर बड़ी लापरवाही का आरोप, फर्जी अपहरण मामले में युवक को भेजा जेल

08-Jan-2021 04:09 PM

By SANT SAROJ

SUPAUL : सुपौल जिले में पुलिस का अजीबो गरीब कारनामा सामने आया है. दरअसल, सदर थाना इलाके के सोनक से एक शख्स ने सदर थाने में अपने भाई के अपहरण का मुकदमा दर्ज करवाया जिस मामले में पुलिस ने आठ नामजद आरोपियों में से एक को जेल भी भेज दिया. मगर एक साल बाद अपहृत शख्स गांव पहुंचा और उसने अपहरण होने से मना किया बल्कि उसके दो बेटों ने अपने चाचा पर जमीनी विवाद को लेकर गांव के 8 निर्दोष लोगों को फसांये जाने का खुलासा किया. हालांकि इस बाबत अपहृत शख्स ने सदर के नए SDPO के समक्ष अपना बयान दर्ज करवा दिया है. 


दरअसल, जिले के मल्हनी पंचायत के सोनक गांव वार्ड 06 में भूमि विवाद को लेकर मो. नागो और मो. उमर में लड़ाई हुई थी, जिस दौरान मो. नागो ने सदर थाना में लिखित शिकायत दर्ज करवाया की थी. उसके भाई मो. मुस्ताक का गांव के मो. उमर समेत 8 लोगों ने मारपीट कर अपहरण कर लिया. सदर थाने की पुलिस ने 8 नामजद लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कर लिया. जिसके बाद सुपौल सदर के तत्कालीन SDPO विद्यासागर ने अपने सुपरविजिन रिपोर्ट में मामले को सत्य करार देते हुए 8 नामजद आरोपियों को दोषी मानते हुए अपहरण होने की बात लिख डाली और एक नामजद आरोपी को 6 मार्च 2020 को जेल भी भेज दिया. 


वही अपहृत शख्स मुस्ताक अब गांव पहुंचा तो उसने बताया कि पुलिस पदाधिकारी ने उस वक्त ना उनसे कुछ जांच पड़ताल की और न ही कोई बयान लिया बल्कि उनलोगों का कहना है कि उनके पिता नोएडा में राजमिस्त्री का काम कर रहे थे और भूमि विवाद में डेढ़ कट्टा जमीन के खातिर उसके दो चाचा ने गांव के पड़ोस में रहने वाले 8 लोगों को फंसा दिया. हांलाकि दिल्ली पुलिस के सहयोग से अपहृत शख्स सुपौल सदर थाने तक पहुंच गया. अब सदर के नए SDPO ने नए तरीके से पुलिस द्वारा अपहरण के मामले में अपहृत शख्स मुस्ताक का बयान दर्ज कर लिया है. साथ ही उनलोगों को इस मामले से बरी करने की कार्रवाई में जुटे हैं. बहरहाल पुलिस अधिकारी ने अगर ठीक से जांच की होती तो एक शख्स को 2 महीने 7 दिन जेल नहीं काटनी पड़ती.