लड़की को गोली मारने के बाद युवक ने खुद को भी मारी गोली, मौत के बाद इलाके में सनसनी चरस तस्करी मामले में कोर्ट ने सुनाई सजा, चेलवा और बैला को 14 साल की सजा अतिथि शिक्षकों को हटाने के आदेश को HC ने किया निरस्त, अब स्कूलों में तैनात रहेंगे गेस्ट टीचर रेलवे ने बनाया नया कीर्तिमान, मौनी अमावस्या के दिन प्रयागराज से चलाई 364 ट्रेन PK ने लालू-नीतीश पर बोला हमला, किसान महापंचायत में कहा..लालू को अपने बेटों की चिंता है और नीतीश आपके बच्चों को लाठी से पिटवा रहे हैं Raid On Punjab CM House: पंजाब सीएम भगवंत मान के दिल्ली आवास पर चुनाव आयोग की रेड, पंजाब पुलिस ने आयोग की टीम को रोका, पैसे बांटने की शिकायत Bihar Transport News: गजब..बिहार में गाड़ियों का फिटनेस जांच MVI नहीं दलाल करते हैं, मोटरयान निरीक्षक का सरकारी मोबाइल माफिया के पास कैसे पहुंचा? Bihar Cricket में मैच फिक्सिंग के घिनौने खेल का बड़ा खुलासा: पूर्व वाइस कैप्टन ने जय शाह के करीबी राकेश तिवारी पर बेहद गंभीर आरोप लगाये खगड़िया में किसान सलाहकार को मारी गोली, श्राद्धकर्म में शामिल होने के बाद लौट रहे थे घर आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर 8 मार्च को पहली बार पूर्णिया में करेंगे महासत्संग, एक लाख से अधिक लोग होंगे शामिल
06-Dec-2024 06:35 PM
PATNA: राजधानी पटना के टी.पी.एस. कॉलेज के बॉटनी विभाग की ओर से स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों को आज शैक्षणिक भ्रमण कराया गया. शैक्षणिक भ्रमण का मुख्य थीम था '' प्लांट टैक्सोनॉमी : पहचान एवं नामाकरण ''. इसका नेतृत्व बॉटनी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. विनय भूषण कुमार ने किया, जबकि प्लांट टैक्सोनॉमी के विशेषज्ञ के तौर पर डॉ. विभीषण पंडित थे .
शैक्षणिक भ्रमण की शुरूआत बी.एन.कॉलेज घाट से हुआ जो गंगा पथ होते हुए सोनपुर (वैशाली) तक गया । इस भ्रमण में विद्यार्थियों को कुल 55 प्रकार के पौधों की पहचान एवं नामाकरण कराया गया, इनमें कुछ दुर्लभ प्रजातियों पौधों जैसे - लिपिया जेमिनाटा, क्रोजोफोरा पैनिकुलाटा, हस्तिशुंकी, ब्लूमिया मोलिस, घोड़ी तुलसी एवं एनिसोमेलिस इंडिका शामिल है.
प्रधानाचार्य प्रो. उपेन्द्र प्रसाद सिंह ने सभी को शुभकामना देते हुए कहा कि फील्ड स्टडी के माध्यम से हम प्रकृति और मनुष्य के सह-सम्बन्धों को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं. विद्यार्थियों को तो अपने परिवेश की काफी सारी जानकारी होती है.उसी जानकारी को विषय और विषय वस्तु से जोड़ना और उसमें विस्तार करना शैक्षिक भ्रमण का मुख्य उद्धेश्य है.