Bihar News: 11 साल लिव-इन में रहने के बाद प्रेमी ने बेच दी प्रेमिका की जमीन, FIR के आदेश Bihar News: रेलवे का नियम बदलने से बढ़ी यात्रियों की परेशानी, वेटिंग टिकट मिलना भी हुआ मुश्किल Bihar News: इस जिले में लगेगा राज्य का पहला न्यूक्लियर पावर प्लांट, केंद्र को भेजा गया प्रस्ताव INDvsENG: दूसरे टेस्ट में इन खिलाड़ियों को मिलेगा मौका, सीरीज में वापसी के किए गिल का मास्टरप्लान तैयार Bihar Weather: आज बिहार के 26 जिलों में बारिश का अलर्ट, पूरे महीने कुछ ऐसा रहेगा मौसम का हाल BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं
25-Sep-2020 10:48 PM
By Ajay Deep Chouhan
PATNA : बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षक डाॅ. ध्रुव कुमार की पुस्तक ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा-दर्शन’ का लोकार्पण शुक्रवार को किया. इस विशेष अवसर पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के ‘एकात्म मानव दर्शन’ में जगत का कल्याण निहित है.
डॉ. ध्रुव कुमार के संपादन में 23 आलेखों से संग्रहित पुस्तक "पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा-दर्शन" का विमोचन करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आधुनिक भारत के उन विचारकों में एक हैं जिन्होंने अपनी मौलिक और सार्वभौमिक चिंतन से समाज, राष्ट्र और विश्व को एक नवीन और समरस मार्ग प्रशस्त किया और जगत कल्याण के लिए एक नई विचारधारा दी.
पं. दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती के अवसर पर डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल की स्पष्ट मान्यता थी कि भारतीय संस्कृति एकात्म मानववादी है और इसके अनेक प्रत्यय हैं. धर्म, चिति और विराट आदि प्रत्ययों को सहज तरीके से विश्व के सामने प्रस्तुत करना उनकी क्रांतिकारी पहल थी. आजादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने भी इन भारतीय प्रत्ययों का सफलतापूर्वक उपयोग किया था. वे एक लोक कल्याणकारी राष्ट्र के निर्माण के लिए राजनीतिक शुचिता को परम आवश्यक मानते थे.
डॉ. ध्रुव कुमार के संपादन में 23 आलेखों से संग्रहित पुस्तक "पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा- दर्शन" का विमोचन करते हुए। pic.twitter.com/adLyKymqWN
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 25, 2020