Bihar Crime News: कुल्हाड़ी से गर्दन काट कर शख्स की बेरहमी से हत्या, गंगा किनारे शव मिलने से सनसनी Indian air strike defence: पहले ड्रोन हमले नाकाम किए, फिर पाकिस्तान को दी करारी जबाब! सेना ने दी जानकारी Bihar Crime News: फायरिंग के बाद बाल-बाल बचे राजद नेता, अपराधियों की तलाश में जुटी पुलिस Bihar crime: ऑर्केस्ट्रा डांसर पर हमला, आत्मरक्षा में चाकू से तीन युवकों पर किया वार Siddhivinayak temple : सिद्धिविनायक मंदिर में नारियल-प्रसाद बैन! आतंकी खतरे के बीच बड़ा फैसला India Pakistan War: भारत की सैन्य ताकत के आगे कब तक टिक पाएगा पाकिस्तान? पाक के रिटायर्ड अधिकारी ने खुद खोली पोल Bihar News: CM आवास के बाहर एक्सीडेंट से मची अफरा-तफरी, चालक फरार Exam Adjourned: 14 जिलों में स्थगित की गई यह परीक्षा, भारत-पाक तनाव के बीच बड़ा फैसला AI voice payment: बोलो और पेमेंट करो – AI रखेगा अब फ्रॉड पर नज़र Platform shed collapse Jehanabad जहानाबाद में रेलवे प्लेटफार्म पर यात्रियों पर गिरा लिंडो शेड, 4 घायल, एक की हालत गंभीर
25-Sep-2020 10:48 PM
By Ajay Deep Chouhan
PATNA : बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने वरिष्ठ पत्रकार और शिक्षक डाॅ. ध्रुव कुमार की पुस्तक ‘पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा-दर्शन’ का लोकार्पण शुक्रवार को किया. इस विशेष अवसर पर डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय के ‘एकात्म मानव दर्शन’ में जगत का कल्याण निहित है.
डॉ. ध्रुव कुमार के संपादन में 23 आलेखों से संग्रहित पुस्तक "पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा-दर्शन" का विमोचन करते हुए बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय आधुनिक भारत के उन विचारकों में एक हैं जिन्होंने अपनी मौलिक और सार्वभौमिक चिंतन से समाज, राष्ट्र और विश्व को एक नवीन और समरस मार्ग प्रशस्त किया और जगत कल्याण के लिए एक नई विचारधारा दी.
पं. दीनदयाल उपाध्याय की 105वीं जयंती के अवसर पर डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि पंडित दीनदयाल की स्पष्ट मान्यता थी कि भारतीय संस्कृति एकात्म मानववादी है और इसके अनेक प्रत्यय हैं. धर्म, चिति और विराट आदि प्रत्ययों को सहज तरीके से विश्व के सामने प्रस्तुत करना उनकी क्रांतिकारी पहल थी. आजादी के आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी ने भी इन भारतीय प्रत्ययों का सफलतापूर्वक उपयोग किया था. वे एक लोक कल्याणकारी राष्ट्र के निर्माण के लिए राजनीतिक शुचिता को परम आवश्यक मानते थे.
डॉ. ध्रुव कुमार के संपादन में 23 आलेखों से संग्रहित पुस्तक "पंडित दीनदयाल उपाध्याय का शिक्षा- दर्शन" का विमोचन करते हुए। pic.twitter.com/adLyKymqWN
— Sushil Kumar Modi (@SushilModi) September 25, 2020