ब्रेकिंग न्यूज़

Akshara Singh: एक्ट्रेस अक्षरा सिंह और उनके पिता के खिलाफ कोर्ट ने जारी किया समन, इस दिन अदालत में हाजिर होने का आदेश समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Cancer causing food: रोज़मर्रा का ये खाना बन रहा है कैंसर मरीजों की मौत की वजह ,रिसर्च में खुलासा! Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत

CM नीतीश से बार - बार प्रोफेसर बहाल करने को कहते हैं राज्यपाल, बोले आर्लेकर .... सिर्फ नौकरी करने के लिए हो रही पढ़ाई

CM नीतीश से बार - बार प्रोफेसर बहाल करने को कहते हैं राज्यपाल, बोले आर्लेकर .... सिर्फ नौकरी करने के लिए हो रही पढ़ाई

23-Nov-2023 05:24 PM

MUZAFFARPUR : बिहार में शिक्षा व्यवस्था में काफी बदलाव की जरूरत है। यहां विश्व स्तर के दो विश्वविद्यालय थे लेकिन अब के विश्वविद्यालय में वैसी स्थिति नहीं है। आज सिर्फ यहां के लोग नौकरी करने के लिए पढ़ाई कर रहे हैं। यह बातें बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने एक कॉलेज के स्थापना दिवस के अवसर पर कही है। 


दरअसल, बिहार के महामहिम राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर मुजफ्फरपुर के डॉ जगन्नाथ मिश्र कॉलेज के स्थापना दिवस के अवसर पर पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कॉलेज में बने इंडोर स्टेडियम का उद्घाटन किया और कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान राज्यपाल ने  कॉलेज के छात्र-छात्राओं को सम्बोधित किया। इस दौरान उन्होंने बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर कहा कि आज यहां के लोग सिर्फ नौकरी के लिए पढ़ाई कर रहे हैं। 


वहीं,राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने मंच से सम्बोधित करते हुए कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था में काफी बदलाव की जरूरत है। यहां विश्व स्तर के दो विश्वविद्यालय थे।  लेकिन अब के विश्वविद्यालय में वैसी स्थिति नहीं है।  यहाँ लोग सिर्फ नौकरी के लिए पढ़ाई करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यहाँ के बच्चे को 12 वीं के बाद पढ़ने के लिए बाहर जाना पड़ता हैं। मुझे उस दिन का इंतजार हैं कि जब पहले ही तरह बहार के बच्चे वापस से बिहार पढ़ने आए। 


उन्होंने कहा कि मैंने कई बार सरकार को कहा हैं कि विश्वविद्यालय अतिथि शिक्षकों के भरोसे नहीं चल सकती, यहाँ पर अब परमानेंट शिक्षकों की आवश्यकता हैं। राज्य की सरकार की कुछ मज़बूरी हो सकती हैं। लेकिन इसपर भी ध्यान देने की जरूरत है। राज्यपाल ने कहा कि हमें ऐसी शिक्षा पर जोर देने की जरूरत हैं। जिससे हमारे बच्चे जॉब लेने वाले नहीं जॉब देने वाले बने।