Bihar crime news : महिला पुलिसकर्मी का वीडियो बनाने पर बवाल, विरोध पर डायल-112 की जीप पर पथराव Amrit Bharat Express Bihar: नए साल 2026 में बिहार से चलेंगी 4 नई अमृत भारत ट्रेनें, यात्रियों को मिलेगा यह विशेष सुविधा CBI Raid: रक्षा मंत्रालय में तैनात आर्मी अफसर रिश्वत लेते गिरफ्तार, घर से 2.36 करोड़ नकद बरामद Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana : मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना 2025: 31 दिसंबर तक करें आवेदन, 10 हजार के बाद मिलेंगे 2 लाख रुपये Bihar News: फर्जी दरोगा रवि परासर तीसरी बार पकड़ाया, तीसरी बार अवैध शराब के साथ गिरफ्तार; जांच में खुल रही कई पोल Bihar News: बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सरकार की नई दिशा, इन जिलों में डेस्टिनेशन प्लान और 5-स्टार होटल निर्माण Patna News: बिहटा–दानापुर फोरलेन एलिवेटेड सड़क पर इस दिन से दौड़ेंगी गाड़ियां, ट्रैफिक जाम से मिलेगी राहत Bihar Weather: बिहार में अगले दो दिन तक कोहरे का अलर्ट, जानें मौसम का ताजा अपडेट India Banded Places: कौन हैं भारत के वह 6 स्थान, जहां भारतीयों का जाना है पूरी तरह बैन? जानिए.. India Banded Places: कौन हैं भारत के वह 6 स्थान, जहां भारतीयों का जाना है पूरी तरह बैन? जानिए..
13-May-2020 02:00 PM
PATNA : लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग़ पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर बिहार के बाहर फंसे जमुई के लोगों को तत्काल वापस लाने की मांग की है। इससे पहले भी उन्होनें सीएम को पत्र लिखकर बिहार के बाहर फंसे लोगों को वापस लाने की अपील सीएम से की थी।
चिराग पासवान ने ट्वीट कर बताया कि उन्होनें जमुई के फंसे लोगों को तत्काल वापस लाने के लिए सीएम नीतीश कुमार को पत्र लिखा है। चिराग पासवान ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि जमुई लोकसभा क्षेत्रवासी जो बाहर फंसे हैं वह जल्द ही ट्रेन या बसों के जरिए वापस लाए जाएंगे।
एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान की बात करें तो उन्होनें पिछले दिनों भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा था। जिसमें उन्होनें सीएम को बिहार के बाहर फंसे मजदूरों को तत्काल मदद पहुंचाने की नसीहत दी थी।चिराग पासवान ने बिहार के मुख्य मंत्री को पत्र लिख कर कहा था कि मुसीबत की घड़ी में बिहार सरकार की ज़िम्मेवारी बनती है प्रदेश के बाहर फंसे बिहारियो के लिए प्रदेश सरकार सहारा बने। बाहर फंसे लोगों को जल्द से जल्द वापस लाया जाए और अन्य प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों से बात कर बिहारियों की रहने व खाने पीने की सुविधा को भी सुनिश्चचित करें।

सीएम नीतीश कुमार को लिखे पत्र में चिराग ने दूसरे राज्यों में फंसे लोगो की स्थिति बेहद दर्दनाक बतायी थी। उन्होनें कहा था कि बिना साधन के लोग पैदल आने पर मजबूर है जिससे उनकी जांच भी नहीं हो पा रही है जो एक और बड़ा ख़तरा है। उन्होनें लिखा है कि बाहर फंसे हुए कई लाख लोगों का पंजीकरण किया गया है।उसकी सूची सरकार केंद्र सरकार से साझा करें ताकि ट्रेन की उपलब्धता रेल विभाग करवा सके।
चिराग ने पत्र में लिखा था कि पंजीकरण करवाने में भी समस्या हो रही है।जो नम्बर बिहार सरकार ने प्रवसियों के लिए जारी किए थे लगभग सभी नम्बर पर बात नहीं हो पाती है।पंजीकरण की दूसरी प्रकिया है कि मज़दूरों को ऑनलाइन फ़ॉर्म भरना है उसमें कई लाख मज़दूर ऐसे हैं जिनके पास ना स्मार्ट फ़ोन है और ना ही वे शिक्षित है।तीसरी प्रक्रिया पंजीकरण की तीसरी व्यवस्था स्थानीय नोडल अफ़सर से या पुलिस थाने पर पंजीकरण करवाने की उसमें भी प्रावसियों को उनको घर से वहां तक जाने की इजाज़त नहीं है।जिससे उनको पुलिस के लाठी का सामना करना पड़ता है।