Bihar Election 2025: पटना में क्यों रहा मतदान प्रतिशत सबसे कम, जानें क्या है कारण? Bihar politics : विजय सिन्हा पर लखीसराय में क्यों हुआ हमला? पिछले साल भी यहीं हुआ था विरोध;जानिए आखिर क्या है वजह Bihar Election 2025: पहले चरण में रिकॉर्डतोड़ मतदान, जानें कौन सा जिला रहा सबसे आगे और कहां हुआ सबसे कम मतदान? Bihar Weather: बिहार के दर्जन भर जिलों में गिरा तापमान, अगले 3 दिनों तक कुछ ऐसा रहेगा मौसम का हाल Bihar Chunav : सुप्रीम कोर्ट का सख्त आदेश: अब उम्मीदवारों को नामांकन पत्र में बताना होगा हर आपराधिक मामला — बिहार चुनाव के बीच अहम फैसला Bihar News: बिहार के कटिहार से अपहृत 'कृष्णा' भागलपुर से बरामद, 72 घंटे बाद पुलिस को मिली सफलता Bihar News: सांसद रवि किशन को फिर मिली जान से मारने की धमकी, बिहार के शख्स की तलाश में जुटी पुलिस Bihar Election 2025: RJD प्रत्याशी भाई वीरेंद्र को पुलिस को धमकी देना पड़ा महंगा, FIR दर्ज Bihar Election 2025: पहले चरण के मतदान के बाद शिवहर में NDA के नेताओं का महाजुटान, दूसरे चरण के चुनाव प्रचार तेज Bihar News: "उपमुख्यमंत्री क्या है, ये लोग PM और CM पर भी हमला कर सकते हैं", RJD पर भड़के आचार्य प्रमोद कृष्णम
26-Sep-2020 02:19 PM
PATNA : पटना के गर्दनीबाग में एक दबंग वार्ड पार्षद पति की छेड़खानी और अश्लील हरकतों की शिकार बनी महिला टीचर को अब जान जाने का डर सता रहा है. पीड़िता महिला शिक्षिका ने प्राथमिकी दर्ज करायी है, जिसके बाद उसे लगातार धमकियां मिल रही है. लेकिन पटना पुलिस खामोश है. सवाल ये उठ रहा है कि क्या पटना पुलिस को और बडी घटना का इंतजार है? महिला शिक्षिका के साथ छेड़खानी और अश्लील हरकतों का आरोपी वार्ड पार्षद पति पहले से भी संगीन मामलों का आरोपी है.
महिला आयोग के पास पहुंचा मामला
दरअसल 10 दिन पहले गर्दनीबाग की एक गुर्ल्स स्कूल की महिला शिक्षिका ने स्थानीय वार्ड पार्षद के पति अविनाश कुमार मंटू और उसके साथियों पर बेहद गंभीर आरोप लगाये थे. महिला शिक्षिका ने गर्दनीबाग थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी में आरोप लगाया था कि उस पर बुरी नजर रखने वाले मंटू ने सड़क चलते रोक कर अश्लील फब्तियां कसी और विरोध करने पर शारीरिक छेड़छाड़ भी की थी. दस दिन बाद भी पुलिस ने आरोपी मंटू और उसकी पत्नी और वार्ड पार्षद श्वेता राय समेत दूसरे अभियुक्तों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
गंभीर बात ये भी है कि उत्पीड़न का शिकार बनी महिला अल्पसंख्यक इसाई समाज से आती है. प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद महिला शिक्षिका को लगातार धमकी मिल रही है. चेतावनी दी जा रही है कि मुकदमा वापस ले वर्ना अंजाम बेहद बुरा होगा.
पीडित महिला ने महिला आयोग के पास अपने साथ हो रहे वाकयों की जानकारी दी है और जान बचाने की गुहार लगायी है. पीड़ित महिला ने महिला आयोग में कहा है कि गर्दनीबाग थान पुलिस ने अब तक किसी किस्म की कार्रवाई नहीं की है. इससे लग रहा है कि पुलिस मंटू और उसके साथियों की मदद करने में लगी है. महिला शिक्षिका ने कहा कि गर्दनीबाग थाने में इस मामले में अपना बयान दर्ज कराने के बाद जब वह वापस लौट रही थी तो भी रास्ते में अभियुक्त मंटू ने उसकी गाड़ी रोक कर धमकी दी और दुर्व्यवहार किया.
महिला को डर है कि उसके साथ किसी तरह के वाकये को अंजाम दिया जा सकता है. पुलिस के रवैये से ऐसा नहीं लग रहा है कि वो कोई कार्रवाई करेगी. ऐसे में महिला आयोग से हस्तक्षेप करने की गुहार लगायी गयी है.
पहले से भी गंभीर मामलों का आरोपी रहा है मंटू
अल्पसंख्यक महिला शिक्षिका से छेड़खानी का आरोपी अविनाश कुमार मंटू पहले से भी गंभीर मामलों का आरोपी रहा है. उसके खिलाफ कोरोना काल में सरकार द्वारा दिये जा रहे अनाज को मांगने आये गरीबों पर गोलीबारी करने का आरोप है. इस मामले की प्राथमिकी गर्दनीबाग थाने में 11 अप्रैल को दर्ज करायी गयी थी. लेकिन पुलिस की कृपा से मामला रफा दफा हो गया. मंटू के पुराने इतिहास को देखते हुए महिला शिक्षिका दहशत में है.
इनके सबके बीच सवाल ये है कि क्या पटना पुलिस को किसी बड़ी घटना का इंतजार है. हमने इस मामले पर गर्दनीबाग थाना से बात करने की कोशिश की. लेकिन गर्दनीबाग पुलिस ने ये कह कर पल्ला झाड लिया कि मामले की जांच की जा रही है.