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20-May-2022 04:00 PM
PATNA: शुक्रवार की सुबह लालू प्रसाद यादव और उनके परिजनों के ठिकानों पर CBI की रेड ने क्या बिहार में बडे सियासी उलटफेर के प्लान के फेल कर दिया है? सीबीआई की रेड के बाद राजद के प्रमुख नेता जो बोल रहे हैं उससे तो ऐसा ही लग रहा है. राजद नेताओं के बयानों का निहितार्थ यही है कि नीतीश ने पलटी मारने की पूरी तैयारी कर ली थी लेकिन ये बात बीजेपी तक पहुँच गयी. उसके बाद ही सीबीआई रेड की पटकथा तैयार हुई.
पलटी मारने वाले थे नीतीश?
सबसे बड़ा सवाल ये है कि क्या नीतीश पलटी मारने की सारी तैयारी कर चुके थे, जिसकी भनक बीजेपी को लग गयी थी. इस सवाल का जवाब राजद नेता मनोज झा के बयान में तलाश करिये. मनोज झा फ़िलहाल तेजस्वी यादव के साथ लंदन में हैं. सीबीआई छापे के बाद मनोज झा का बयान आया है. मनोज झा का बयान देखिये- जब जब बीजेपी को लगता है कि उसकी सरकार हिल रही है, उसके ख़िलाफ़ गोलबंदी हो रही है, तब तब वह डराने की कोशिश करती है. एक के माध्यम से दूसरे को लेकिन कोई नहीं डरेगा. न हम, न वो और न बिहार की जनता।
मनोज झा ये कह गये कि सीबीआई रेड के बहाने सिर्फ़ लालू परिवार को ही नहीं बल्कि उनकों भी डराने की कोशिश की गयी है जो राजद के साथ गोलबंद हो रहे थे। मनोज झा ये भी कह रहे हैं कि इस गोलबंदी से बीजेपी की सरकार हिल रही थी। ये भी बात साफ़ है कि लालू परिवार की किसी गोलबंदी से बीजेपी की केंद्र सरकार को तो कोई ख़तरा नहीं हो सकता। यानि खतरा बिहार में बीजेपी को था। बिहार में तेजस्वी के मुकेश सहनी, चिराग़ पासवान या जीतन काम माँझी से गठजोड़ से भी कोई बड़ा ख़तरा नहीं हो सकता। यानि मनोज झा इशारों में ये कह रहे हैं कि बिहार में तेजस्वी और नीतीश की गोलबंदी होने वाली थी, जिसे रोकने के लिए सीबीआई की रेड हुई। मनोज झा इशारों में ये भी कह रहे हैं कि इस रेड के सहारे नीतीश कुमार को भी डराने की कोशिश की गयी है लेकिन तेजस्वी और नीतीश में से कोई नहीं डरेगा।
फिर से बता दें कि मनोज झा तेजस्वी के साथ लंदन में मौजूद हैं और वहीं से ये बयान दे रहे हैं. यानि ये माना जा सकता है कि मनोज झा वही बोल रहे हैं जो तेजस्वी कह रहे हैं.
उधर पटना में राजद के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीक़ी का बयान देखिये. सिद्दीक़ी ने मीडिया से बात करते हुए कहा- जब जब बीजेपी को लगता है कि हमारी सरकार बनने वाली है तब तब वह सीबीआई का सहारा लेती है. सिद्दीक़ी के बयान का भी वही मतलब निकाला जा रहा है जो मनोज झा के बयान का. बिहार में राजद की सरकार तभी बन सकती है जब नीतीश कुमार पलटी मारें. इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है. ज़ाहिर है सिद्दीक़ी ने भी यही संकेत दिया कि नीतीश एक बार फिर पलटी मारने की तैयारी में है.
जेडीयू में बेचैनी
लालू फ़ैमिली के ठिकानों पर रेड के बाद जेडीयू में फैली बेचैनी भी बता रही है कि पर्दे के पीछे अलग खेल हो रहा था. जेडीयू के नेताओं ने लालू फ़ैमिली पर हुए रेड के बाद ज़ुबान बंद कर लिया है. पटना में आज जब जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह से मीडिया ने इस रेड पर सवाल पूछा तो वे कुछ भी बोले बगैर निकल गये. जेडीयू के बयानवीर प्रवक्ताओं को चुप रहने की सख़्त हिदायत दी गयी है. उधर नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी के बड़े नेताओं के साथ आपात बैठक बुलाई है. कहा जा रहा है कि नीतीश राज्यसभा चुनाव में उम्मीदवार चुनने पर चर्चा करेंगे. लेकिन आज तक किसी भी चुनाव में उम्मीदवार चुनने के लिए कभी पार्टी की बैठक नहीं बुलाने वाले नीतीश को भला अब ऐसी बैठक करने की क्या ज़रूरत आ पड़ी. जेडीयू सूत्रों की मानें तो नीतीश की बैठक में लालू के घर रेड और फिर आगे की रणनीति पर ही चर्चा होगी।
कुल मिलाकर कहें तो सीबीआई के छापे ने बिहार की सियासत को दिलचस्प मोड़ पर ला खड़ा किया है. अब आगे क्या होगा ये देखना रोचक होगा।