Bihar Election 2025: NDA के सीएम फेस पर आया ललन सिंह का रिएक्शन, शाह के बयान पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री? Bihar Election 2025: NDA के सीएम फेस पर आया ललन सिंह का रिएक्शन, शाह के बयान पर क्या बोले केंद्रीय मंत्री? तेजस्वी की धमकी के बाद पलटी कांग्रेस: जाले से मुस्लिम उम्मीदवार को टिकट देकर वापस लिया, अब आरजेडी के नेता बनाये गये कांग्रेसी उम्मीदवार IRCTC Down : IRCTC वेबसाइट और ऐप फिर से डाउन, यदि फंस गया है आपका भी पैसा, तो करें यह काम Purnea News: धनतेरस पर नया घर, नई खुशियों की शुरुआत, पनोरमा ग्रुप का शानदार फेस्टिव ऑफर Purnea News: धनतेरस पर नया घर, नई खुशियों की शुरुआत, पनोरमा ग्रुप का शानदार फेस्टिव ऑफर Bihar News: बिहार में सिलेंडर ब्लास्ट की घटना में एक ही परिवार के 6 लोग झुलसे, एक की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में सिलेंडर ब्लास्ट की घटना में एक ही परिवार के 6 लोग झुलसे, एक की हालत गंभीर Bihar News: बिहार में चार-चार दीपावली, सारण की धऱती से अमित शाह ने ऐसा क्यों कहा ? जानें..... BIHAR ELECTION : जदयू उम्मीदवार चंदेश्वर प्रसाद चंद्रवंशी ने किया नामांकन पर्चा दाखिल,कहा -सांसद रहते हुई कुछ गलतियां अब माफ़ करे जनता
01-Mar-2020 11:14 AM
KOLKATA : नागरिकता संशोधन कानून पर जागरूकता को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज कोलकाता में बड़ी रैली को संबोधित करने वाले हैं. इस रैली को लेकर बीजेपी की तरफ से सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है. हालांकि बीजेपी और अमित शाह के विरोधियों ने केंद्रीय गृह मंत्री का विरोध करने की चेतावनी दी है. लेफ्ट के संगठनों ने दिल्ली हिंसा के विरोध में अमित शाह को काला झंडा दिखाने का ऐलान किया है.
अमिता कोलकाता के शहीद मीनार ग्राउंड में रैली को संबोधित करने वाले हैं. जिसमें तकरीबन 100000 लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. बीजेपी इस रैली में जितनी भीड़ जुटने की उम्मीद जता रही है. उस लिहाज से यह मैदान काफी छोटा है. बावजूद इसके हर स्तर पर अमित शाह की रैली के लिए तैयारी की गई है. अमित शाह की रैली के लिए ममता बनर्जी सरकार ने पहले इजाजत नहीं दी थी, लेकिन बाद में इसके लिए परमिशन मिल गया. 2021 में पश्चिम बंगाल विधानसभा के चुनाव होने हैं और बीजेपी अभी से ही चुनावी तैयारियों में जुट गई है.
नागरिकता संशोधन कानून पर जन जागरण रैली के अलावे अमित शाह एनएसजी के स्पेशल ग्राउंड का उद्घाटन भी करने वाले हैं. अमित शाह के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब कोलकाता दौरे पर पहुंचे थे, तब भी लेफ्ट के संगठनों ने उनका विरोध जताते हुए काले झंडे दिखाए थे.