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07-Apr-2024 07:53 PM
GAYA: आईआईएम बोधगया के छठे दीक्षांत समारोह में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, बिहार के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और संस्थान के अध्यक्ष उदय कोटक शामिल हुए। इस दौरान कुल 266 छात्र-छात्राओं के बीच गोल्ड मेडल और डिग्री का वितरण किया गया। इससे पहले उप राष्ट्रपति धनखड़ ने महाबोधि मंदिर में पूजा अर्चना भी की।
इससे पूर्व उपराष्ट्रपति विशेष विमान से गया एयरपोर्ट पहुंचे। उसके बाद उपराष्ट्रपति अपनी पत्नी के साथ सड़क मार्ग से सर्वप्रथम बोधगया महाबोधि मंदिर पहुंचे। जहां बीटीएमसी के सदस्यों ने उनका स्वागत किया। वहीं उन्होंने ने महाबोधि मंदिर में भगवान बुद्ध की पूजा अर्चना की। उसके बाद आईआईएम संस्थान के कार्यक्रम में शामिल हुए। दीप प्रज्ज्वलित कर विधिवत दीक्षांत समारोह की शुरुआत हुई।
वहीं एमबीए आठ बैंच के उत्कृष्ट छात्रों को उपराष्ट्रपति ने मेडल्स और डिग्री प्रदान किया गया। समारोह को संबोधित करते हुए आईआईएम अध्यक्ष उदय कोटक ने कहा कि बिहार शिक्षा के क्षेत्र में बहुत बेहतर रहा हैं। भारत में आईआईएम का काम काफी बेहतर है। उन्होंने कहा कि भारतीय प्रबंधन संस्थान का योगदान बिजनेस के क्षेत्र में बेहतरीन रहा है। यहाँ एमबीए हॉस्पिटीलिटी प्रोग्राम भी चलाया जा रहा र्हैं।
वहीं संस्थान के प्रो. विनीता सहाय ने अपने संबोधन में कहा कि आज बच्चों को बड़े पैमाने पर रोजगार मिल रहा है। आईआईएम संस्थान आज भारत की शान बन गया है। आईआईएम बोधगय ने भारत के विभिन्न विश्वविद्यालय और अन्य संस्थानों के साथ बिजनेस समझौता पत्र बनाया गया है।
उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 से आईआईएम बोधगया की स्थापना हुई है और यहाँ लगातार 100 प्रतिशत छात्रों का चयन बेहतर रोजगार के लिए किया जा रहा है। समारोह के दौरान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने गोल्ड मेडल प्राप्त करने वाले छात्रों को मेडल और डिग्री प्रदान किया। गोल्ड मेडल प्राप्त करने वालों में दीपक शर्मा, सुजीत, अनील, शुभम चक्रवर्ती, युवराज सिंह, पल्लवी भंडारी, आयुष कुमार समेत कुल 266 छात्र-छात्राएं शामिल हैं।
वहीं उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि आईआईएम बोधगया के विकास और बेहतर शिक्षा पर बोलें। उन्होंने कहा की दुनिया भर में बिजनेस करने वाले कंपनी युवाओं की तलाश कर रही हैं। आज टेक्नोलॉजी की दुनिया में चाइना को भी भारत ने पीछे छोड़ दिया है। भारत शिव शक्ति चन्द्रमा पर अपना झंडा गाड़ दिया।
अपने कैरियर और संघर्ष की बातें विद्यार्थियों को उन्होंने बताया। कहा कि टेक्निलोजी से पूरा विश्व काम कर आगे बढ़ रहा हैं, लेकिन भारत सबको पीछे कर दिया हैं। यहां स्वतंत्रता हैं भारत की आबादी के लिए अर्थ व्यवस्था पर सरकार काम कर रही हैं और विकास का काम कर रही हैं। उन्होंने कहां की 2048 तक भारत पूरे देश में आर्थिक रूप काफी मजबूत हो जाएगा। साथी उन्होंने बोधगया आईआईएम छात्रों को शुभकामनाएं दी।