पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने
23-Apr-2023 01:57 PM
By First Bihar
SASARAM: बीजेपी नेता व पूर्व विधायक जवाहर प्रसाद ने सासाराम में रामनवमी जुलूस के बाद हुए उपद्रव के लिए जिला प्रशासन को दोषी ठहराया है। उन्होंने कहा कि एक खास समुदाय के लोगों को जिला प्रशासन टारगेट कर रही है। बिना किसी सबूत के वैसे लोगों की गिरफ्तारी की जा रही है, जिसे दंगा से कुछ लेना-देना नहीं था। जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि अमित शाह की विशाल रैली सासाराम में होनी थी इस रैली को होने नहीं दिया।
जिला प्रशासन पर सवाल खड़े करते हुए बीजेपी नेता ने कहा कि भाजपा के नगर अध्यक्ष सहित भारतीय जनता पार्टी के कई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया जा रहा है। जबकि उनके खिलाफ प्रशासन कोई सबूत पेश नहीं कर पा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन पर बदले की कार्रवाई का आरोप लगाते हुए कहा कि शहर में शांति व्यवस्था कायम है, लेकिन स्थानीय प्रशासन बेवजह कार्रवाई कर रही है।
ऐसे में अंदर ही अंदर लोगों में इसे लेकर आक्रोश बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उन्होंने मुख्यमंत्री को भी पत्र लिखा है। कहा है कि जिला प्रशासन जल्द से जल्द बदले की कार्रवाई बंद करें। निर्दोष लोगों को जेल भेजने का काम नहीं होना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि गृहमंत्री अमित शाह के कार्यक्रम को रद्द करने की नियत से ही जिला प्रशासन ने यह काम किया।
बता दें कि सासाराम के पांच बार विधायक रह चुके जवाहर प्रसाद के बारे में बताया जाता है कि उन्होंने संकल्प लिया था कि कोरोना वायरस का संक्रमण जब तक समाप्त नहीं होगा। तब तक पैरों में जूता-चप्पल नहीं पहनेंगे। वे नंगे पांव ही रहकर राजनीतिक कार्यक्रमों में भाग लेते थे और क्षेत्र का भ्रमण करते थे। विधानसभा भी वे नंगे पांव ही जाते थे। हांलाकि विरोधी उस वक्त कहते थे कि यह उनका चुनावी स्टंट हैं। लोगों का सहानुभूति बटोरने के लिए जवाहर प्रसाद ऐसा करते रहे हैं। बता दें कि जवाहर प्रसाद बहुत कम अंतर से पिछली बार के विधानसभा चुनाव में हार गये थे।