Sitamarhi STF encounter : बिहार STF की बड़ी सफलता, सीतामढ़ी का कुख्यात अपराधी का हॉफ एनकाउंटर; पुलिस ने किया अरेस्ट Bihar News: बिहार के इन जिलों की हवा हुई जहरीली, ग्रामीण इलाकों में भी स्थिति चिंताजनक Bihar government minister : नीतीश कुमार, सुनील कुमार और संजय सिंह टाइगर को मिले नए विभाग, जानिए किसे क्या मिला police jawan : पुलिस जवान की सड़क हादसे में मौत, अज्ञात वाहन चालक फरार; मातम का माहौल Train Travel Safety : फर्स्ट एसी बोगी में यात्रियों को काट रहा चूहा, पूर्व विधायक ने सोशल मीडिया पर वीडियो किया शेयर; मेंटेनेंस पर उठाए सवाल Patna Metro : पटना मेट्रो टनल निर्माण से पहले जर्जर भवनों की जांच तेज, अप्रैल से काम शुरू; जानिए क्या है अपडेट Bihar News: बिहार में दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए विशेष बस सेवा की तैयारी, पटना से होगी शुरुआत Patna news : लड़की के विवाद में दोस्तों ने 17 वर्षीय लड़के को पीट-पीटकर हत्या, पटना में सनसनी Tej Pratap Yadav : तेज प्रताप यादव का बड़ा ऐलान, बिहार के बाद अब इन दो राज्यों में लड़ेंगे विधानसभा चुनाव Bihar Police Academy : बिहार पुलिस अकादमी में 2023 बैच के 1218 दरोगाओं का दीक्षांत परेड समारोह आज, महिलाओं की ऐतिहासिक भागीदारी
30-Jul-2023 03:01 PM
By First Bihar
AURANGABAD : पंडित दीनदयाल उपाध्याय रेलखंड के रफीगंज रेलवे स्टेशन के पास औरगांबाद के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह की मौत का मामला सामने आया है। हादसा पूर्वी केबिन के समीप हुआ, जहां अज्ञात ट्रेन की चपेट में आने 74 वर्षीय चिकित्सक की मौत हो गई।
बताया जा रहा है कि, डाउन मेन लाइन के रेलवे ट्रैक पर शव टुकड़ों में बिखरा हुआ था। शव को देख कुछ भी समझ नहीं आ रहा था। चिकित्सक के मोबाइल और कपड़ों से उनकी पहचान की गई। आरपीएफ के निरीक्षक प्रभारी बी. के. सिंह ने बताया कि सुबह 4.30 बजे कंट्रोल ने घटना की सूचना दी थी। जीआरपी थाना सोन नगर की पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले गई है।
बताया जा रहा है कि, मृतक गोह प्रखंड के बेरका पंचायत अंतर्गत असेया गांव निवासी थे। करीब 40 वर्ष से रफीगंज में चिकित्सा कार्य मे सेवा दे रहे थे। मृतक के छोटे पुत्र डॉक्टर नीतीश कुमार सिन्हा ने बताया कि पिताजी मानसिक रूप से बीमार चल रहे थे। रात्रि में करीब 1:00 बजे के आसपास घर से निकल गए थे। पुत्र ने बताया कि सूचना मिलने पर हम तुरंत वहां पहुंचे। शव रेलवे लाइन पर बिखरा हुआ था। मोबाइल एवं कपड़ों से पिताजी की पहचान हुई।
इधर, घटना की सूचना मिलते ही शहर और आसपास के गांवों के ग्रामीण भी पहुंचे। देखते ही देखते घटनास्थल पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई थी। सूचना मिलने पर कई समाजसेवी एवं स्थानीय चिकित्सक भी घटनास्थल पर पहुंचे।