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25-Feb-2022 02:53 PM
By Ranjan Kumar
SASARAM : बिहार में अवैध रूप से निजी नर्सिंग होम, पैथोलॉजी और अल्ट्रासाउंड सेंटर संचालित किए जाने का मामला कोई नया नहीं है। प्रशासनिक विफलता के कारण सभी छोटे बड़े शहरों के अलावा ग्रामीण इलाकों में ऐसे अवैध निजी नर्सिंग होम बिना किसी रोकटोक के संचालित किए जा रहे हैं। जिसका खामियाजा गरीब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। ताजा मामला रोहतास का है, जहां डॉक्टर की लापरवाही से प्रसव के दौरान एक नवजात की मौत हो गई।
घटना डेहरी थाना क्षेत्र के जख्खी बिगहा की है। जहां एक निजी क्लीनिक में प्रसव के दौरान बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत के बाद डॉक्टर समेत अन्य कर्मी क्लीनिक छोड़कर फरार हो गए। बच्चे की मां और परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने आरोपी डॉक्टर पर लापरवाही का आरोप लगाया है। परेशान परिजनों ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक औरंगाबाद जिले के ओबरा निवासी बबलू कुमार ने अपनी पत्नी घनिता देवी को प्रसव के लिए डिहरी के जख्खी बिगहा स्थित किरण गुप्ता हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। जहां महिला को प्रसव पीड़ा होने के बाद बिना डॉक्टर की मौजूदगी के क्लीनिक के कर्मियों ने प्रसव कराना शुरू कर दिया। परिजन बार बार डॉक्टर को बुलाने की गुहार लगाते रहे लेकिन कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी।
जिसके कारण प्रसव के दौरान बच्चे की मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों ने हंगामा मचाना शुरू कर दिया। हालात को बिगड़ता देख निजी अस्पताल के कर्मी, नर्स तथा डॉक्टर अस्पताल छोड़कर भाग खड़े हुए। पीड़ित परिवार ने आरोपी डॉक्टर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
बताते चलें कि वर्ष 2019 में भी पुलिस ने डॉक्टर दंपति को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने अस्पताल के संचालक डॉ. एस पी गुप्ता और उनकी पत्नी डॉ. किरण गुप्ता को गिरफ्तार करने के बाद क्लीनिक को सील भी कर दिया था। डॉक्टर दंपति पर बिना डिग्री के मरीजों का शल्य चिकित्सा करने का आरोप है।