ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला Bihar Election 2025: खेसारी लाल यादव के रोड शो की शोर में दब गई मरीज की चीख, 45 मिनट तक एंबुलेंस में तड़पती रही महिला US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री US Visa Rules 2025: अमेरिका ने वीज़ा नियमों में किया सख्त बदलाव, अगर ये बीमारियां हैं तो US में नहीं मिलेगी एंट्री Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Government Office New Time Table: क्यों बदल गई सरकारी दफ्तरों की टाइमिंग? जानिए.. अब कितने बजे खुलेंगे गवर्मेंट ऑफिस Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: ‘बिहार में पहले चरण की वोटिंग के दौरान नहीं हुई कोई गड़बड़ी’, चुनाव आयोग का दावा Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव के बीच बसपा का बड़ा एक्शन, पार्टी उम्मीदवार को 6 साल के लिए निकाला

बिहार परिवहन विभाग का आदेश : हम दहेज़ नहीं लेंगे.. अभ्यर्थियों को देना होगा घोषणापत्र

बिहार परिवहन विभाग का आदेश : हम दहेज़ नहीं लेंगे.. अभ्यर्थियों को देना होगा घोषणापत्र

06-Mar-2022 07:48 AM

PATNA : नीतीश कुमार अपने समाज सुधार अभियान के तहत लगातार नशामुक्ति, बाल विवाह, दहेजप्रथा के खिलाफ लोगों को जागरूक कर रहे हैं. अब सरकारी विभागों में भी इसका देखने को मिल रहा है. दरअसल, परिवहन विभाग ने सभी चयनित चलंत दस्ता सिपाही को 10 मार्च तक संबंधित डीटीओ कार्यालय में योगदान देने का निर्देश दिया है. इसके साथ ही विभाग ने अपने आदेश में यह भी साफ किया है कि हर चयनित अभ्यर्थी योगदान के समय घोषणापत्र भी देंगे, जिसमें यह लिखा रहेगा कि ‘हम दहेज नहीं लेंगे’. 


अगर प्रमाणपत्र में किसी तरह की गलती होगी तो उनकी नियुक्ति को रद्द कर दिया जायेगा. इसके अलावा चयनित चलंत दस्ता सिपाही को संबंधित शैक्षणिक प्रमाणपत्र भी देना है. नीतीश कुमार अपने समाज सुधार अभियान के तहत मंच से कहते रहते हैं कि शादी के कार्ड पर लिखवाइए कि हम दहेज़ नहीं लेंगे. साथ ही यह भी कहते हैं कि जो दहेज़ ले उसकी शादी में मत जाइये.


परिवहन विभाग के आदेश के मुताबिक इन सभी चलंत दस्ता सिपाही के पद पर चयनित अभ्यर्थियों की चिकित्सा जांच सिविल सर्जन पटना के अंतर्गत गठित चिकित्सा पर्षद से कराई गई थी. जिसमें इन्हें अयोग्य घोषित किया गया था. इसके बाद पीएमसीएच में इनलोगों की दोबारा जांच करायी गई, जहां इन्हें योग्य पाया गया है. इस रिपोर्ट के बाद इन सभी की नियुक्ति के लिए विभाग ने आदेश जारी कर दिया है.