ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार के इस शहर में एरियल सर्वे जल्द, सभी मकानों को मिलेगा हाईटेक क्यूआर कोड BIHAR ELECTION : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर BJP के सीनियर लीडर ने बता दिया पूरा प्लान, जानिए कैसे इस चक्रव्यूह में फंस जाएंगे बड़े-बड़े नेता Bihar Weather: अगले 2 घंटों में बिहार के कई जिलों में भारी बारिश, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी Bihar News: बिहार के जेल में बंद कैदी की मौत पर हंगामा, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप Bihar News: पटना के इन रास्तों में अब नहीं होगी जाम की समस्या, अब इस जगह बना रहा एलिवेटेड पुल Bihar Crime News: सात दिनों के भीतर 5 करोड़ नहीं दिए तो.., बिहार के कारोबारी को नेपाली नंबर से मिली धमकी; करीबी निकला मास्टरमाइंड Bihar Crime News: सात दिनों के भीतर 5 करोड़ नहीं दिए तो.., बिहार के कारोबारी को नेपाली नंबर से मिली धमकी; करीबी निकला मास्टरमाइंड Success Story: 35 लाख की नौकरी ठुकराकर चुनी सिविल सेवा, जानिए… IPS अर्चित चंदक की कहानी Success Story: 35 लाख की नौकरी ठुकराकर चुनी सिविल सेवा, जानिए… IPS अर्चित चंदक की कहानी BIHAR NEWS : प्लेस ऑफ सेफ्टी में बाल कैदी की मौत, परिजनों ने मारपीट कर हत्या का लगाया आरोप

बिहार: शराब के नशे में मेडिकल ऑफिसर ने की महिला डॉक्टर से छेड़खानी, जांच टीम का हुआ गठन

बिहार: शराब के नशे में मेडिकल ऑफिसर ने की महिला डॉक्टर से छेड़खानी, जांच टीम का हुआ गठन

31-Jan-2022 07:17 PM

VAISHALI: वैशाली में महिला डॉक्टर के साथ छेड़खानी का मामला सामने आया है। पीड़िता ने भगवानपुर PHC प्रभारी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। जिसके बाद मामले की जांच शुरू की गयी। वही सिविल सर्जन ने एसीएमओ के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम बनाई है। जो इस मामले की जांच कर रहे हैं।


 इसी क्रम में आज टीम पीएचसी पहुंची जहां महिला डॉक्टर रानी सिंह का बयान लिया गया। हालांकि जांच टीम के सामने आरोपी डॉक्टर रुपेश कुमार नहीं आए। जांच टीम ने जब उनसे संपर्क साधने की कोशिश की तब उन्होंने फोन तक नहीं उठाया।


बताया जाता है कि छेड़खानी का यह मामला 22 जनवरी का है। पीड़ित महिला डॉक्टर रानी सिंह ने 29 जनवरी को वैशाली थाने में मेडिकल ऑफिसर रुपेश कुमार के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। जिसमें मेडिकल ऑफिसर पर शराब के नशे में छेड़खानी और दुर्व्यहार करने का आरोप पीड़िता ने लगाया है। रुपेश कुमार भगवानपुर पीएचसी में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के रुप में तैनात हैं।


वही पीड़िता के परिजनों ने बताया कि घटना 9 दिन हो गये हैं लेकिन अब तक आरोपी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। मेडिकल ऑफिसर पर कार्रवाई किए जाने की बात कही जा रही है। इसे लेकर सिर्फ आश्वासन दिया जा रहा है। मामले को दबाने का प्रयास किया जा रहा है।


वही पीड़िता न्याय की मांग कर रही हैं। उनका कहना है कि जब अस्पताल में महिला चिकित्सक ही सुरक्षित नहीं होंगी तो वो मरीजों का इलाज वे कैसे करेंगी। सिविल सर्जन के निर्देश पर जांच टीम का गठन किया गया है। जिसका नेतृत्व कर रहे एसीएमओ ने बताया कि फिलहाल सभी बिन्दूओं की बारिकी से जांच की जा रही है। हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी फुटेज को भी खंगाला जा रहा है। आरोपी मेडिकल ऑफिसर से भी संपर्क करने की कोशिश की जा रही है।