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08-Feb-2024 10:19 PM
By First Bihar
PATNA: झारखंड में साल 2020 में तेतरियाखांड कोयला खदान में हुए हमला मामले में एनआईए की टीम ने गुरुवार को बिहार के भागलपुर, पूर्णिया और मधेपुरा में छापेमारी की। इस दौरान भागलपुर के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित प्रॉपर्टी डीलर शंकर यादव के घर और उसके कार्यालय में एनआईए की टीम ने छानबीन की। इस दौरान शंकर यादव के घर से 1.32 करोड़ रुपए कैश बरामद किए गए। पूछताछ के बाद एनआईए की टीम ने प्रॉपर्टी डीलर शंकर यादव को अरेस्ट कर लिया है।
शंकर यादव के घर से 1 करोड़ 32 लाख रुपये के अलावा एनआईए की टीम ने भारी मात्रा में आभूषण, राइफल और इसकी एक मैगजीन, 7.65 एमएम की एक पिस्टल एवं दो मैगजीन और 63 कारतूस बरामद किया है।छापेमारी के दौरान कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं। शंकर यादव को गिरफ्तार करने के बाद एनआईए की टीम उसे अपने साथ लेकर चली गई।
दरअसल, झारखंड के बालूमाथ पुलिस ने साल 2020 में तेतरिया खादान में हमला का मामला दर्ज किया था। साल 2021 में यह केस एनआईए को ट्रांसफर हो गया था। एनआईए अबतक तीन चार्जशीट दायर कर चुकी है। जिसमें 24 लोगों को अभियुक्त बनाया गया है। इसमें झारखंड का गैंगस्टर अमन साहू, शंकर यादव, सुजीत सिन्हा समेत अन्य को नामजद अभियुक्त बनाया गया हैं। झारखंड में अमन साहू के गैंग ने कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था। गैंग के नक्सलियों से भी संपर्क थे। झारखंड के बाहर बिहार समेत अन्य राज्यों में भी इन्होंने अपने कई गैंग बनाए थे। इसमें शंकर यादव मुख्य था।
जानकारी के मुताबिक, शंकर यादव इस इलाके में अमन साहू के नाम पर रंगदारी वसूलता था। लेवी वसूली में उसकी बड़ी भूमिका थी। एनआईए कि छापेमारी में उसके घर से बरामद 1.30 करोड़ रुपये लेवी का हिस्सा हो सकते हैं। इस गैंग के अन्य कुख्यात में प्रमोद यादव और प्रदीप गंजू शामिल हैं। प्रदीप मधेपुरा का रहने वाला है। प्रदीप पर बिहार पुलिस ने 3 लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा है।