Bihar Politics OTT Series: 'बिहार से हैं क्रोमोसोम में राजनीति हैं ...', जानिए बिहार की पॉलिटिक्स को समझने के लिए क्यों देखना चाहिए यह सीरीज; क्या है खास BIHAR ELECTION : 20 रुपए में एक रसगुल्ला तो पुड़ी-सब्जी के लिए 30 रुपए हुआ तय; चुनाव आयोग ने तय कर रखा है प्रत्याशियों के खर्च की दरें Diwali 2025: दूर कर लें कंफ्यूजन! 20 या 21 अक्टूबर कब है दीपावली? जानें शुभ मुहूर्त और पूजा का सही समय Bihar news: बिहार विधान परिषद में नौकरी करने का सुनहरा मौका, निकली इतने पदों पर भर्ती; जानिए कैसे करें आवेदन School Fees : स्कूलों में डिजिटल ट्रांसपेरेंसी का बड़ा कदम, अब UPI से होगी फीस पेमेंट; खत्म होंगी लंबी लाइनें Success Story: IFS ऑफिसर गीतिका की अनसुनी दास्तां, खुद को सोशल मीडिया से दूर कर कैसे किया कमाल? आप भी जानिए अनोखी ट्रिक Bihar Election 2025: प्रशांत किशोर पर आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज, राघोपुर से शुरू किया चुनावी अभियान Diwali 2025: दिवाली पर सिर्फ लक्ष्मी-गणेश ही नहीं, बल्कि इन मूर्तियों को भी लाए घर; फायदे जानकर रह जाएंगे दंग Bihar election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर पीएम मोदी का वर्चुअल संवाद. शुरू होगा ‘मेरा बूथ सबसे मज़बूत’ अभियान BJP Candidates : बीजेपी ने तीन उम्मीदवारों के नाम किए घोषित, एक मुस्लिम कैंडिडेट के नाम का हुआ एलान
26-Jun-2024 06:00 PM
By First Bihar
BAGAHA: पड़ोसी देश नेपाल के तराई इलाकों में हो रही जोरदार बारिश के कारण बिहार की नदियां उफान पर आ गई हैं। सीमावर्ती इलाके बगहा में लगातार हो रही बारिश के कारण पुलिया और सड़क क्षतिग्रस्त होने लगे हैं। जिसके कारण बुधवार को एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। मजदूरों को लेकर जा रहा ट्रैक्टर मसान नदी पर बने पुलिया में फंस गया।
दरअसल, फसल की सोहनी के लिए रामनगर चीनी मिल से मजदूरों को ट्रैक्टर से बलुआ ले जाया जा रहा था। बारिश के कारण मसान नदी के जलस्तर में अचानक वृद्धि हो गई थी। ट्रैकटर मजदूरों को लेकर जैसे ही एक पुलिया पर पहुंचा, पानी के तेज दबाव के कारण पुलिया क्षतिग्रस्त हो गया और ट्रैक्टर पानी के तेज धार में फंस गया। ट्रैक्टर पर सवार मजदूरों ने किसी तरह से अपनी जान बचाई।
बता दें कि मानसून की पहली बारिश में ही रामनगर की पहाड़ी नदी का जलस्तर बढ़ गया है। इलाके में दर्जनों गांवों का संपर्क भंग होने लगा है। जिसके कारण लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि इलाके के पुल और पुलिया की पहले से जर्जल हालत थी लेकिन विभागीय उदासीनता के कारण उनकी मरम्मति नहीं हो सकी और अब इसके कारण समस्या उत्पन्न हो रही है।