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16-Jan-2022 10:13 PM
PATNA: बिहार में जेडीयू और बीजेपी के नेताओं के बीच बयानबाजी का आलम ये हो गया है कि अब शायद एक दूसरे को मां-बहन की गाली देना ही बाकी बचा है. दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे को सोशल मीडिया पर ऐसे नीचा दिखा रहे हैं कि भाषा की मर्यादा तार-तार हो गयी है. बिहार में विपक्षी पार्टियों के नेताओं के साथ भी जेडीयू-बीजेपी के नेताओं की ऐसी जंग नहीं हुई होगी।
देखिये कैसे एक दूसरे से निपट रहे हैं नेता
हम जो ट्वीट आपको दिखा रहे हैं वे दो सहयोगी पार्टियों के नेताओं की है. बीजेपी ओबीसी मोर्चा के राष्ट्रीय महामंत्री निखिल आनंद ने आज ट्वीट किया।
“ गौशाला में गायों को सानी-पानी देने का काम करने वाला भी कई बार बिना दूध पिये ही खुद को पहलवान समझने लगता है. छोटे जमात के लोग बड़े दरबार की व्यवस्था का अहसास नहीं कर सकते. खुद तीन में हैं कि तेरह में, जहां हैं वहीं के लोगों से पूछ लें. वह दिन दूर नहीं कि अगला जगह ढूंढना पड़ेगा.”
बीजेपी नेता निखिल आनंद ने किसी पार्टी या नेता का नाम नहीं लिया था. लेकिन उनके ट्विट का जवाब जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने दिया. देखिये जेडीयू के प्रवक्ता ने अपनी सहयोगी पार्टी के नेता को क्या लिखा
“निखिल आनंद जी, इंसान अपने कद के हिसाब से बयान दे तो अच्छा लगता है. आसमान की तरफ चेहरा करके थूकने से थूक वापस चेहरे पर ही पड़ती है. इसलिए थूक पोंछ लीजिए। ईश्वर आपका भला करे.”
ये सहयोगी पार्टी के नेताओं के बीच का वार्तालाप है. वह भी सोशल मीडिया पर, जिसे पढ़कर विपक्षी पार्टियों के नेता ही नहीं बल्कि लोग भी मजा ले रहे हैं. अब हम आपको ये भी बता देते हैं कि जब बीजेपी नेता ने किसी का नाम नहीं लिया था तो जेडीयू के प्रवक्ता क्यों भड़के. दरअसल जेडीयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल को ट्विटर पर जमकर भला-बुरा कहा था. लेकिन बीजेपी के किसी नेता ने अभिषेक झा के बयान का सार्वजनिक तौर पर कोई नोटिस नहीं लिया. दरअसल भाजपा नेता समझ रहे थे कि अभिषेक झा के जरिये कौन बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष को इस कदर जलील कराने की कोशिश कर रहा है. लेकिन इसी बीच निखिल आनंद ने बगैर किसी का नाम लिये जेडीयू प्रवक्ता को जवाब दे दिया. तीर सही निशाने पर बैठा औऱ जवाब में जेडीयू के प्रवक्ता ने जो कहा वो आपने देखा।
पिछले कई दिनों से बीजेपी औऱ जेडीयू के बीच इसी तरह की तकरार खुले में जारी है. सोशल मीडिया पर एक दूसरे को गालियां दी जा रही है. हालांकि इसकी शुरूआत जेडीयू ने की थी. दिलचस्प बात ये थी कि जेडीयू ने अपने जूनियर प्रवक्ताओं के जरिये बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और दूसरे नेताओं को जलील कराना शुरू किया. जेडीयू सूत्र बताते हैं कि सारा स्क्रिप्ट कहीं और से आ रहा था बस उसे सोशल मीडिया पर जेडीयू के प्रवक्ताओं के नाम से जारी किया जा रहा था. शुरू में तो बीजेपी के नेता चुप रहे लेकिन फिर उनकी ओर से पलटवार हुआ. बीजेपी के नेता सीधे नीतीश पर हमला कर रहे हैं. हालांकि वे भी नीतीश का नाम नहीं ले रहे लेकिन जो कह रहे हैं उससे चोट सीधे नीतीश कुमार को लग रही है. दोनों पार्टियों में जिस तरीके की बयानबाजी हो रही है उससे ये दिखने लगा है कि बात हद से ज्यादा बिगड़ती जा रही है. अब अगर समझौता होता भी है तो एक दूसरे के प्रति मन में ऐसी गांठ बैठी रहेगी जो कभी खत्म नहीं होगी।