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04-Aug-2024 06:01 PM
By First Bihar
ARARIA: पिछले दो महीनों में बिहार के पुलों की खूब चर्चा हुई है. बरसात शुरू होते ही बिहार में दर्जनों पुल रेत की दीवार की तरह ढ़ह गये. लेकिन अब सरकारी तंत्र का नया कारनामा जानिये. एक गांव में खेत पर पुल बना दिया गया है. नीचे कोई नदी, नहर या नाला नहीं है. पुल के दोनों ओर कोई रास्ता भी नहीं है. लेकिन 6 महीने पहले पुल बना कर छोड़ दिया गया है. ग्रामीण ये जानने को परेशान हैं कि पुल क्यों बना, लेकिन सरकारी तंत्र जवाब देने को तैयार नहीं है.
ये मामला है बिहार के अररिया जिले के रानीगंज ब्लॉक के परमानंदपुर गांव का. वहां खेत के बीच में पुल बना दिया गया है. पुल के दोनों और कोई सड़क नहीं है. ना ही कोई ऐसी सरकारी कवायद हो रही है जिससे लगे कि पुल के दोनों ओर कोई सड़क बनने वाली है. गांव के लोग हैरान परेशान हैं कि आखिरकार पुल बना क्यों है. ग्रामीणों ने बताया कि खेत के बीचोंबीच यह पुल करीब 6 महीने से बना हुआ है.
बिहार सरकार जब कोई पुल या सड़क बनाती है तो वहां शिलान्यास से लेकर उद्घाटन तक का बोर्ड लगाया जाता है. लेकिन इस पुल के पास कोई बोर्ड भी नहीं लगाया गया है. ग्रामीणों को पता ही नहीं चल पा रहा है कि आखिरकार पुल किस योजना के तहत औऱ क्यों बनाया गया है. वैसे जहां पुल बना है, वहां से एक कच्ची सड़क जाती थी जिससे परमानंदपुर के लोग आस-पास के इलाके में जाते थे. लेकिन पुल ने उनके आऩे जाने का रास्ता रोक दिया है.
घोटाले का पुल
स्थानीय लोगों ने संभावना जतायी है कि इस पुल के निर्माण में घोटाला हुआ है. दरअसल जिस जगह पर पुल बना है, वहां से एक स़ड़क निर्माण होने की बात हो रही थी. लेकिन बाद में सरकार ने ही उस सड़क के निर्माण के फैसले को बदल दिया था और नहर किनारे सड़क बना कर दूसरा रास्ता तैयार करने का फैसला लिया था. लेकिन सरकारी फैसले के उलट परमानंदपुर गांव के खेत में पुल बना दिया गया. ग्रामीण आशंका जता रहे हैं सड़क बनाने के पैसे की लूट की साजिश के तहत पुल बना दिया गया है. अब सरकार पुल के दोनों तरफ सड़क बनाये वर्ना वे आंदोलन करेंगे.