ब्रेकिंग न्यूज़

पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?

थानेदार के ऊपर लगे गंभीर आरोप, पुलिस विभाग ने किया खंडन

थानेदार के ऊपर लगे गंभीर आरोप, पुलिस विभाग ने किया खंडन

09-Jun-2020 01:40 PM

GAYA : बिहार में एक थानेदार के ऊपर काफी गंभीर आरोप लगे हैं. मामला गया जिले के डेल्‍हा थाना से जुड़ा है. जहां इंस्पेक्टर के ऊपर काफी गंभीर आरोप लगने की बात सामने आई है. एक दैनिक अखबर के मुताबिक काफी गंभीर मामले में थानेदार की संलिप्तता की बात सामने आई है. इन आरोपों को लेकर जिले के सीनियर अफसर जांच में जुटे हुए हैं.


दरअसल घटना बीते 31 मई की है. जहां 31 मई को गया के डेल्हा थाना इलाके में लोको कॉलोनी के क्वॉर्टर संख्या-420 बी से कुछ लोगों को पकड़ा गया था. इस मामले में थानध्यक्ष ने बताया कि पुलिस के पूर्व एसओपी दीपक कुमार को भी पकड़ा गया था. जिसके ऊपर देह व्‍यपार का संचालन करने का आरोप लगा है. वहां मौके पर एक लड़की के पकड़े जाने के बाद मामला उजागर हुआ था. इसके बाद पुलिस छापेमारी कर कई आपत्तिजनक सामान बरामद किए गए थे. पुलिस ने देह व्‍यापार संचालक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.


एक दैनिक अख़बार की रिपोर्ट के मुताबिक थानेदार की भी संलिप्ता की बात कही जा रही है. हालांकि फर्स्ट बिहार ने जब इस मामले की पड़ताल शुरू की, तो थानेदार की संलिप्तता या गिरफ़्तारी की बात से पुलिस अधिकारी इंकार कर रहे हैं. थानाध्यक्ष अरुण कुमार ने खुद फर्स्ट बिहार को फोन पर बातचीत के दौरान बताया कि अखबार की ओर से गलत रिपोर्ट पेश की गई है. थानाध्यक्ष ने बताया कि जख्मी हालत में व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था. जिसे इलाज के बाद जेल भेजने की कार्रवाई की गई थी. थानाध्यक्ष ने बताया कि स्थानीय लोगों ने एक व्यक्ति के साथ मारपीट की थी. वह थाना पर आया था. उसे इलाज के लिए भेजा गया. जब तक वह आया तब तक एक वीडियो उनके मोबाइल पर आया. एक महिला की बात कही गई. महिला का भी बयान लिया गया. जख्मी को पकड़ लिया गया.


इस मामले में गया के सिटी एसपी राकेश कुमार ने अखबार की रिपोर्ट का सीधे तौर पर खंडन करते हुए बताया कि यह एक अफसर के मान मर्यादा के खिलाफ है. उन्होंने कहा कि ऐसा कोई मामला नहीं है. ऐसी रिपोर्ट से अधिकारी की गरिमा को ठेस पहुंची है. इस मामले में अधिक जानकारी सीनियर अफसर ही देंगे. जब फर्स्ट बिहार की टीम ने गया एसएसपी राजीव मिश्रा से बात करने की कोशिश की तो उनके संपर्क नहीं हो पाया. गलत रिपोर्ट को लेकर फर्स्ट बिहार झारखंड की ओर से भी खेद व्यक्त किया जाता है. एक दैनिक अख़बार की ओर से इस खबर को प्रकाशित कर इंस्पेक्टर के ऊपर कार्रवाई की बात कही गई थी. अखबर की रिपोर्ट में मगध प्रमंडल के पुलिस महानिरीक्षक राकेश राठी के बयान को भी प्रकाशित किया गया है. जिसमें लिखा गया है कि गया एसएसपी की अनुशंसा प्राप्त हो गई है. अनुशासनिक कार्रवाई की प्रक्रिया चल रही है. हालांकि फर्स्ट बिहार को आईजी ने बताया कि आरोप की जांच की जा रही है.