पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
08-Apr-2022 02:40 PM
By Ranjan Kumar
SASARAM : खबर रोहतास से है, जहां चोरी का एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। बिक्रमगंज में शातिर चोरों करीब 60 फीट लंबे एक लोहे के पुल को ही चुरा लिया है। बताया जाता है कि शातिर चोर सिंचाई विभाग के अधिकारी बनकर पहुंचे और जर्जर हो चुके पुल को गैस कटर और जेसीबी की मदद से टुकरों में काटकर उसे गाड़ियों पर लादा और चलते बने। जिस तरह से अपराधियों ने नहर पर बना पूरा पुल चुरा लिया उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।
रोहतास जिला के नासरीगंज थाना क्षेत्र के अमियावर में आरा कैनाल नहर पर सन 1972 के आसपास बनाए गए लोहे के पुल को चोरों ने दिनदहाड़े चुरा लिया। बताया जाता है कि विभागीय अधिकारी बन कर कुछ लोग जेसीबी, पिकअप वैन, गैस कटर तथा गाड़ियां लेकर पहुंचे और 3 दिनों में काटकर पूरा पुल ही गायब कर दिया। सबसे मजे की बात है कि सिंचाई विभाग के अधिकारी होने का झांसा देकर चोरों ने स्थानीय विभागीय के कर्मियों की मदद भी ली और उनकी मौजूदगी में पूरा का पूरा पुल चुरा लिया।
बता दें कि जर्जर हो चुके इस लोहे के पुल का ग्रामीण उपयोग नहीं कर रहे थे। विभाग ने पुल के बगल में एक कंक्रीट का समानांतर पुल बना दिया था। वैसे भी पुल के लोहे की धीरे-धीरे चोरी हो रही थी। लेकिन पिछले तीन दिनों से धीरे धीरे काटकर इस पूरे पुल की चोरी कर ली गई। लगभग 60 फीट लंबा और 12 फीट ऊंचा यह पुल जब पूरी तरह चोरी हो गया, तब जाकर ग्रामीणों और विभाग के लोगों को यह समझ में आया कि वे लोग झांसे में पड़ गए हैं। आनन-फानन में विभागीय अधिकारी थाने पहुंचे और पुल चोरी होने का केस दर्ज कराया।