PM-JANMAN Mission: बिहार में आदिवासी छात्रों के लिए इतने नए आवासीय छात्रावास, जानिए कब और कौन-कौन से जिले हैं शामिल? Bihar crime news : बिहार में बेख़ौफ़ हुए अपराधी ! महिला की संदिग्ध मौत, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा Heart Attack: सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक, जानिए शुरुआती लक्षण Industry Hub Bihar: इंडस्ट्री हब बनने जा रहा पटना का यह इलाका, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू Industry Hub Bihar: इंडस्ट्री हब बनने जा रहा पटना का यह इलाका, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana : बिहार की महिलाओं के खाते में इस तारीख को आएंगे 10000 रुपये, आवेदन का लास्ट डेट भी नजदीक रेल यात्रियों को बड़ा झटका: मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के किराया में बढ़ोतरी का ऐलान, इस दिन से लागू होगा बदलाव रेल यात्रियों को बड़ा झटका: मेल-एक्सप्रेस ट्रेनों के किराया में बढ़ोतरी का ऐलान, इस दिन से लागू होगा बदलाव Dhurandhar Box Office Collection: रणवीर सिंह की ‘धुरंधर’ तीसरे शनिवार को तोड़े बॉक्स ऑफिस रिकॉर्ड, अब Pushpa 2 के रिकॉर्ड को चुनौती Bihar weather : बिहार में ठंड और कोहरे का कहर, इन जिलों में कोल्ड डे घोषित; घना कोहरा का भी अलर्ट
22-Nov-2019 03:59 PM
PATNA : बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा का मानना है कि सूबे में युवा ज्यादा शिक्षित हो गये हैं तभी इंजीनियरिंग, MBA और MCA की डिग्री वाले चपरासी, माली और गेटकीपर पद की नौकरी के लिए आवेदन कर रहे हैं. मंत्री ये मानने को तैयार नहीं है कि बेरोजगारी हद से ज्यादा बढ गयी है. दरअसल बिहार विधान परिषद में ग्रुप डी के पदों के लिए लाखों उच्च डिग्री वाले लोगों ने आवेदन दिया है. शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा उसी मसले पर अपनी राय दे रहे थे.
मंत्री का शर्मनाक बयान
दरअसल बिहार विधान परिषद ने ग्रुप डी यानि चपरासी, गेटकीपर और माली जैसे पदों के लिए नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू की है. कुल पद 166 हैं और आवेदन देने वालों की तादाद 5 लाख से ज्यादा हो गयी है. आवेदन करने वालों में हजारों लोग ऐसे हैं जिनके पास इंजीनियरिंग, एमबीए और एमसीए जैसी उच्च डिग्री है. लेकिन वे भी चपरासी, माली और गेटकीपर बनने के लिए परेशान हैं. मीडिया ने आज बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा को इस मसले पर घेरा. मंत्री जी बोले “ दरअसल शिक्षा का जो लेवल पहले था बिहार में उसमें काफी ऊंचाई आयी है. अब हर वर्ग के लोग शिक्षा ले रहे हैं. शिक्षा का माहौल बिहार में बेहतर होता जा रहा है. जहां तक नौकरी का सवाल है तो लोग ज्यादा शिक्षित हो गये हैं. ऐसे में ये असंतुलन रहेगा ही.“
सच को नकारने में लगे शिक्षा मंत्री
बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा सच को झूठ साबित करने में लगे हैं. दरअसल, नीतीश सरकार सूबे में रोजगार पैदा करने में पूरी तरह फेल रही है. बिहार में औद्योगिकरण की रफ्तार देश में सबसे कम है. रोजगार के दूसरे मौके भी कम होते जा रहे हैं. लिहाजा बेरोजगारों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है.