पटना में नगर निगम की लापरवाही से खुला मेनहोल बना जानलेवा, नाले में गिरा बच्चा पहली उड़ान बनी आखिरी सफर, सऊदी नौकरी पर निकले युवक ने फ्लाइट में दम तोड़ा, विदेश में नौकरी का सपना रह गया अधूरा जमुई में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम, जंगल से 24 सिलेंडर बम बरामद भागलपुर-हंसडीहा मुख्य मार्ग पर भीषण सड़क हादसा, महिला की मौत, 6 की हालत गंभीर Patna News: पटना एयरपोर्ट के लिए जारी हुआ नया आदेश, उल्लंघन किया तो होगी कड़ी कार्रवाई बेगूसराय में टला बड़ा हादसा: चलती ट्रेन के इंजन में लगी आग, यात्रियों ने कूदकर बचायी अपनी जान गांधी सेतु पर ट्रक और पिलर के बीच फंसा बाइक सवार, ट्रैफिक पुलिस ने किया रेस्क्यू AI in election: AI की चालबाज़ी से उलझे बिहार के वोटर! फर्जी कॉल्स-Deepfake से फैला भ्रम, अब चुनाव आयोग कसेगा शिकंजा! प्यार के लिए लड़का बना लड़की, अब पति किन्नर से शादी की जिद पर अड़ा Bihar politics : तेजस्वी ने किया 'महिला संवाद' पर हमला, जदयू का पलटवार...क्या महिलाओं की तरक्की से डरते हैं नेता प्रतिपक्ष?
02-Jun-2021 05:59 PM
GAYA : बिहार के गया से हैरान करने वाला एक मामला सामने आया है. डीएसपी के ऊपर दलित नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने का आरोप लगा है. डीएसपी की पत्नी इस खुद इस घटना का वीडियो भी बनाया है. आरोपी पुलिस अधिकारी के खिलाफ महिला थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
गया जिले के तत्कालीन डीएसपी कमलाकांत प्रसाद पर दलित नाबालिग लड़की से दुष्कर्म करने का आरोप लगा है. बताया जा रहा है कि यह मामला तक़रीबन 3 साल पुराना है लेकिन कोर्ट के आदेश के बाद महिला थाने में 27 मई को प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. इस घटना के संबंध में जानकारी मिली है कि साल 2017 में दशहरा पूजा के समय डीएसपी कमलाकांत प्रसाद के आवास पर घरेलू काम करने के लिए लड़की गई थी. उस दिन रात में डीएसपी ने नाबालिग बच्ची का बलात्कार किया. डीएसपी की पत्नी ने मोबाइल में इस पूरी घटना को रिकार्ड कर लिया.
मोबाइल में इस घटना का वीडियो बनाने के बाद डीएसपी की पत्नी ने कमजोर वर्ग के अधिकारी से पटना में शिकायत की. तब से अब तक इस मामले की जांच चल रही थी. जांच में कुछ सबूत मिलने के बाद यह मामला दर्ज कराया गया है. महिला थानाध्यक्ष रविरंजना ने बताया कि मामला 2017 का है. गया के विशेष पॉक्सो जज नीरज कुमार के निर्देश पर पीड़िता का बयान दर्ज किया गया है.
पीड़िता ने घटना को लेकर लगाए गए आरोप की पुष्टि की है. उसने कहा कि किसी को बताने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी गई थी. लोक लाज और धमकी के कारण उसने मुंह नहीं खोला. पॉक्सो के विशेष लोक अभियोजक कैसर सरफुद्दीन का कहना है कि लड़की उस समय नाबालिग थी. अब लड़की और उसके भाई का 164 का बयान दर्ज कराया जाएगा.
गया जिले के एसएसपी आदित्य कुमार ने बताया कि कमजोर वर्ग विभाग की सीआइडी मामले की जांच कर रही थी. पिछले दिनों ही कोर्ट का आदेश आया तब प्राथमिकी दर्ज की गई. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है.