Bihar Politics: ‘जन सुराज के डर से योजनाओं का ऐलान कर रहे मुख्यमंत्री’ प्रशांत किशोर का सीएम नीतीश पर हमला Bihar Politics: ‘जन सुराज के डर से योजनाओं का ऐलान कर रहे मुख्यमंत्री’ प्रशांत किशोर का सीएम नीतीश पर हमला BIHAR NEWS : कटिहार में पुलिस का बड़ा एक्शन: अवैध पशु तस्करी का भंडाफोड़, चार गिरफ्तार, नौ पशु बरामद Bihar News: बिहार पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 16 लाख रुपए की साइबर ठगी मामले में दो अपराधी अरेस्ट Bihar News: बिहार पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी, 16 लाख रुपए की साइबर ठगी मामले में दो अपराधी अरेस्ट कटिहार में अर्द्धनिर्मित पिस्टल के साथ 2 तस्कर गिरफ्तार, गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने की कार्रवाई PATNA POLICE : बिहार में फिर सामने आया अजीब मामला, IPS बनकर सरकारी दफ्तरों में धौंस जमा रहा था यह युवक, सामने आई सच्चाई तो हर कोई रह गया दंग Purnea News: शुरू होते ही भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना, लाभुकों से वसूले जा रहे इतने रुपए BIHAR NEWS : विधानसभा चुनाव से पहले हर किसी को खुश करने में जुटी बिहार सरकार, युवाओं के लिए इन जगहों पर हो रही सरकारी बहाली छपरा में बढ़ा सियार का आतंक, एक साथ 10 सियारों ने बुजुर्ग पर हमला कर अंगूठा काटा
15-Mar-2022 05:19 PM
PATNA : बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा के बीच नोकझोंक का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। राजद ने विधानसभा में हुई इस घटना की घोर निंदा की है। राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जो बर्ताव किया उससे सदन की मर्यादा तार-तार हो गई है। जगदानंद सिंह ने कहा कि बिहार में सरकार पूरी तरह से असभ्य हो चुकी है।
जगदानंद सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री संविधान का ज्ञान नहीं है। उन्हें अगर यह पता रहता कि संविधान कार्यपालिका से ऊपर होता है तो सदन में वे इस तरह की बात नहीं बोलते। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को जिस तरह से बिहार विधानसभा में शर्मसार किया गया है, निश्चित तौर पर यह गलत है। ऐसी परंपरा लोकतंत्र के लिए खतरनाक है जिसमें विधानसभा अध्यक्ष को सदन चलाने का नियम बताया जाये। मुख्यमंत्री ने स्पीकर के खिलाफ जिन शब्दों का प्रयोग किया आजतक किसी भी राज्य के मुख्यमंत्री ने ऐसी भाषा का प्रयोग नहीं किया होगा।
उन्होंने कहा कि सदन की मर्यादा का हनन करके सदन की गरिमा को अपने अहंकार और कटुता के कारण पहले जहां सदस्य अध्यक्ष से बोलने की अनुमति लेते थे वही मुख्यमंत्री बिना अध्यक्ष की अनुमति के ही सदन में आकर हस्तक्षेप करते हुए अपने ज्ञान का बखान करने लगे।जगदानन्द सिंह ने आरोप लगाया है कि बीते 23 मार्च को भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा और सदन की मर्यादा को तार-तार करवाया था।
उस समय विधायकों के साथ जो मारपीट की घटना हुई थी, तब मुख्यमंत्री ने सदन में कहा था की सदन स्पीकर के अनुसार चलता है, लेकिन कल उसी सदन में मुख्यमंत्री ने स्पीकर की मर्यादा को तार-तार करके लोकतंत्र को कमजोर किया।उन्होंने कहा कि भाजपा जदयू और अन्य घटक दल को अलग कर के नहीं देखा जा सकता और उन्हें दोषमुक्त नहीं किया जा सकता है। अगर सदन के नेता और मुख्यमंत्री को सदन की मर्यादा का ख्याल नहीं है तो ऐसी सरकार को गिरा देने में ही भलाई है।