बेगूसराय में संदिग्ध हालात में बीटेक छात्र की मौत, परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप BIHAR: 25 हजार का इनामी अपराधी सुदर्शन खां गिरफ्तार, 10 से अधिक मामलों में था वांछित महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हमले के खिलाफ समाजसेवी अजय सिंह ने भोजपुर में दर्ज कराई शिकायत, कार्रवाई की मांग बिहार में अपराधी बेलगाम: बेतिया में नाबालिग से गैंगरेप, भागलपुर में महिला से दुष्कर्म की कोशिश ISM पटना में “अंतरराष्ट्रीय शोध और उच्च अध्ययन” पर सेमिनार,भारत-यूरोप शिक्षा सहयोग पर हुई चर्चा Bihar News: CM नीतीश ने संविदा-आउटसोर्स वाली नियुक्ति को लेकर की बड़ी घोषणा...इन्हें मिलेगा बड़ा लाभ, जानें... बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का जन्मदिन आज, भारत प्लस ग्रुप के CMD अजय सिंह ने दी बधाई Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Election 2025: बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन विवाद के बीच चुनाव आयोग का X पर पोस्ट, दिया अनुच्छेद 326 का हवाला
04-Jan-2022 10:55 AM
PATNA : भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप झेल रहे मगध विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद विजिलेंस की परवाह नहीं है. अपने खिलाफ विजिलेंस की स्पेशल यूनिट की कार्यवाही के बावजूद वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद इसकी परवाह किए बगैर मेडिकल लीव पर है.
दरअसल, स्पेशल बिजली यूनिट ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को पूछताछ के लिए 3 जनवरी की सुबह पटना स्थित ऑफिस में बुलाया था लेकिन कुलपति नहीं आए. ऐसे में बड़ा सवाल उठ रहा है कि आखिर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद को कौन बैकअप दे रहा है. उनके माथे पर किसका हाथ है जिसकी वजह से वह विजिलेंस की पूछताछ में भी सहयोग नहीं कर रहे हैं.
भ्रष्टाचार के मामले में राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जा चुका है. उनके ऊपर आय से अधिक संपत्ति के मामले में छापेमारी भी की जा चुकी है और कार्यवाही के बाद वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल लीव पर चले गए थे. इसकी जानकारी राजभवन की तरफ से दी गई थी. अब एक बार फिर वह 1 महीने की विस्तारित मेडिकल लीव पर हैं. 23 जनवरी को उनकी लीव की अवधि खत्म हो रही है, लेकिन वह विजिलेंस के साथ पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहे हैं.
उधर, मगध विश्वविद्यालय के तत्कालीन कुलपति डॉ राजेंद्र प्रसाद के खिलाफ भ्रष्टाचार के मामलों की जांच करने वाली विजिलेंस की टीम ने विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पुष्पेंद्र कुमार वर्मा, डॉक्टर जयनंदन प्रसाद सिंह लाइब्रेरी इंचार्ज और हिंदी डिपार्टमेंट के हेड प्रोफेसर विनोद कुमार और वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद के पीए और असिस्टेंट सुबोध कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है.
हालांकि अब तक राजेंद्र प्रसाद पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए हैं. माना जा रहा है कि कोई बड़ा संरक्षण होने के कारण वह अब तक के मेडिकल लीव पर हैं और विजिलेंस को सहयोग नहीं कर रहे हैं. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि वीसी डॉ राजेंद्र प्रसाद तब तक इस संरक्षण के बूते बच पाते हैं.