BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार
27-Dec-2019 02:00 PM
PATNA : इन दिनों बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी सीएए, एनआरसी और एनपीआर के खिलाफ खासे मुखर दिख रहे हैं। उन्होनों इसके खिलाफ एआईएमआईएम के असदुद्दीन ओवैसी के साथ भी मंच साझा करने का एलान कर दिया है। उन्होनें कह दिया है कि कौन क्या कहता है इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता दो कदम आगे बढ़ते हुए मांझी ने यहां तक कह डाला कि अगर बीजेपी भी इन तीन मुद्दों का विरोध करेगी तो उसके साथ चले जाएंगे।
हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी एआईएमआईएम चीफ ओवैसी के साथ किशनगंज में मंच साझा करेंगे। दोनों नेता सीएए और एनआरसी और एनपीआर के विरोध में ये सभा करेंगे। 29 दिसंबर को किशनगंज में दोनों नेता केंद्र सरकार के नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हुंकार भरेंगे। मांझी ने कहा कि मेरा मकद इन तीनों मुद्दों का विरोध करना है जिसकी वजह से देश जल रहा है। उन्होनें कहा कि जो भी इसका विरोध करेगा मैं उसके साथ खड़ा हूं। मांझी यहां तक बोल गए कि अगर बीजेपी भी विरोध करेगी तो मैं उसके साथ रहूंगा।
फिलहाल कांग्रेस, राजद सहित अन्य दलों के महागठबंधन में शामिल हम के बिहार चुनाव से पहले एआईएमआईएम के साथ आने से राज्य की राजनीति का प्रभावित होना तय माना जा रहा है। कहा जा रहा है कि चुनाव मैदान में एआईएमआईएम के आने से मुस्लिम वोटों का बिखराव भी होगा, जिसका फायदा जेडीयू और बीजेपी गठबंधन को होने की पूरी संभावना है।लेकिन मांझी को इसकी कोई चिंता नहीं है। मांझी कहते है कि मैं तो बार-बार महागठबंधन के अंदर कोर्डिनेशन कमिटी बनाने की बात करता रहा हूं। जिसकी बात सब मानेंगे लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया। अब कोई एक पार्टी कोई सलाह देती है तो आखिर वे उनकी सलाह क्यों मानें? हम अपना निर्णय लेने को स्वतंत्र हैं।