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14-Jul-2020 09:33 PM
DESK : भगवान राम को नेपाली बताने वाले प्रधानमंत्री ओली के विवादित बयान के बाद अब नेपाल के विदेश मंत्रालय ने इस पूरे मामले पर सफाई दी है. नेपाल के विदेश मंत्रालय की तरफ से अपने ही प्रधानमंत्री के विवादित बयान पर सफाई देते हुए कहा गया है कि प्रधानमंत्री ओली का बयान किसी भी राजनीतिक विषय से जुड़ा हुआ नहीं है. उनका मकसद किसी की भावनाओं को आहत करने का नहीं था. प्रधानमंत्री का बयान अयोध्या और उसके सांस्कृतिक मूल्य को कम करने को लेकर नहीं दिया गया था.
दरअसल अयोध्या और भगवान राम को लेकर बयान देने के बाद प्रधानमंत्री ओली की चौतरफा आलोचना हो रही थी. नेपाल में हिंदुओं की तादाद सबसे ज्यादा है, इसलिए ओली खुद दबाव में थे.
नेपाल के विदेश मंत्रालय ने प्रधानमंत्री ओली के बयान को लेकर बजाप्ता एक प्रेस नोट जारी किया है. आपको बता दें कि नेपाल के प्रधानमंत्री ने एक विवादित बयान देते हुए भगवान राम को नेपाली बताया था. ओली ने यहां तक कह दिया था कि असली अयोध्या नेपाल में है न कि भारत में है. ओली ने कहा था कि भगवान राम भारत के नहीं बल्कि नेपाल के राजकुमार थे, इसीलिए हमने सीता उन्हें दी.
नेपाली प्रधानमंत्री के इस बयान की आलोचना भारत के साथ-साथ उनके देश में भी हुई. जिसके बाद अब सफाई देकर इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ने का प्रयास ओली सरकार कर रही है.