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09-Mar-2021 06:26 AM
PATNA : आखिरकार बेऊर जेल के उपाधीक्षक संजय कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है। इस बात की संभावना पहले से जताई जा रही थी कि बेऊर जेल के उपाधीक्षक के संजय कुमार के ऊपर गाज गिरेगी। पटना डीएम ने उनके खिलाफ जांच की सिफारिश की थी और अब जेल आईजी मिथिलेश मिश्रा ने उनके निलंबन से जुड़ा आदेश जारी कर दिया है। भोपाजी क्षेत्र संजय कुमार पर बेऊर जेल से मोबाइल बरामद होने और वीडियो वायरल होने के मामले में जांच के बाद कार्रवाई की गई है।
आपको बता दें कि 3 मार्च की सुबह-सवेरे बिहार के सभी जिलों में जिला प्रशासन की टीमों की तरफ से छापेमारी की गई थी। बेउर जेल में भी सुबह 5 बजे पटना डीएम और एसएसपी के नेतृत्व में टीम छापेमारी करने पहुंच गई थी लेकिन उपाधीक्षक के संजय कुमार ने इसमें आधे घंटे की देरी कराई। तकरीबन आधे घंटे तक के पटना डीएम और अन्य अधिकारियों को गेट पर इंतजार करना पड़ा इसके बाद उपाधीक्षक संजय कुमार वहां पहुंचे और गेट खोला जा सका। उसी वक्त पटना डीएम डॉ चंद्रशेखर सिंह ने आशंका जताई थी कि जेल में छापेमारी करने गई टीम को आधा घंटा तक खड़ा कराने से अंदर कैदियों को आपत्तिजनक सामान छिपाने का मौका मिल गया।
डीएम ने इस मामले में उपाधीक्षक की मिलीभगत की आशंका जताई थी। इसी मामले में डीएम की तरफ से अधीक्षक संजय कुमार से स्पष्टीकरण भी मांगा गया था लेकिन उन्होंने कोई साफ जवाब नहीं दिया। इसके पहले 1 मार्च को बेऊर जेल का एक वीडियो वायरल हुआ था घटना की जांच में कैदियों द्वारा जेल में स्मार्टफोन रखने और उसका इस्तेमाल करने की पुष्टि हुई थी। 3 मार्च को बेऊर जेल में छापेमारी के दौरान जिला प्रशासन की टीम को दो मोबाइल फोन और एक सिम भी मिला था। खुद जेल आईजी ने 7 मार्च को जब फिर से छापेमारी की तो जेल से एक और मोबाइल फोन बरामद हुआ। ऐसे में विभाग का मानना है कि बेउर जेल के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी होने के बावजूद उपाधीक्षक संजय कुमार अपने दायित्व को नहीं निभा पाए। उनकी विफलता के कारण उन्हें दोषी पाया गया और तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। आपको बता दें कि जेलों पर छापेमारी के बाद इसके पहले नवादा जेल के उपाधीक्षक को भी निलंबित किया जा चुका है।