Bihar News: बिहार में अर्घ्य देने के दौरान दो पक्षों में जमकर मारपीट, कई लोग घायल; जानें क्या है मामला? Bihar Crime News: बिहार में बाइक सवार बदमाशों ने किसान की गोली मारकर हत्या, एक अपराधी गिरफ्तार Bihar Crime News: बिहार के इस जिले में गोलीबारी के बाद मचा हड़कंप, मुखिया समेत 2 गिरफ्तार Bihar News: बिहार में छठ घाट बनाने के दौरान युवक की डूबने से मौत, परिवार में मचा कोहराम Chhath Puja Tragedy : छठ घाट पर दर्दनाक हादसा: एक ही परिवार के तीन मासूम डूबे, सुरक्षा इंतजाम की खुली पोल Barh Heart Attack : छठ पूजा के दौरान अर्घ्य अर्पित करते समय श्रद्धालु की हार्ट अटैक से मौत, गंगा घाट पर मची अफरा-तफरी Bihar Election 2025 : तेजस्वी यादव का बड़ा बयान: “हमारा चेहरा तय, एनडीए बताए उनका विजन क्या है” – महागठबंधन का घोषणा पत्र जारी ! IB Vacancy 2025 : इंटेलिजेंस ब्यूरो में टेक्निकल पदों पर निकली 258 वैकेंसी, GATE स्कोर से होगा चयन IRCTC घोटाला मामला: चुनाव प्रचार के बीच लालू परिवार की मुश्किलें बढ़ीं, राउज एवेन्यू कोर्ट में सीबीआई ने दी कड़ी दलील, कहा- 'चुनाव प्रचार और केस दोनों संभालना मुश्किल' छठ पूजा पर चिराग पासवान ने सूर्य को अर्घ्य देकर मांगी बिहार की खुशहाली, कहा– छठी मैया ने बिना मांगे ही बहुत कुछ दिया
09-Apr-2021 11:46 AM
PATNA: पटना के दानापुर कैंट स्थित एक स्कूल में संचालित ज्ञान-विज्ञान रैम्बो होम में छात्राओं को NRC और CAA कानून के खिलाफ पढ़ाई कराने के मामले को राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग ने देशद्रोह माना और केस दर्ज कर कार्रवाई करने के निर्देश दिया।
राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग ने इस संबंध में पटना एसएसपी को एक पत्र लिखा है। जिसकी प्रति मुख्य सचिव, डीजीपी और पटना डीएम को भी भेजी गयी है। जिसके आधार पर दानापुर थाने में केस दर्ज किया गया है।
दरअसल राष्ट्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो इस स्कूल का निरीक्षण करने आये थे। इस दौरान संस्था में रखे कागजात को देखा तो वे भी हैरान रह गये। स्कूल में नाबालिग बच्चों को देश में बने NRC और CAA कानूनों के खिलाफ जानकारी दी जा रही थी। जिसके बाद पुलिस को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है।
आयोग द्वारा भेजे गए पत्र में इस बात का जिक्र किया गया कि स्कूल में रखे एक रजिस्टर में कानून के खिलाफ कई बाते लिखी गयी है। इसी को आधार बनाते हुए स्कूल के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। स्कूल के रजिस्टर में यह लिखा था कि इस कानून के तहत घर का दस्तावेज नहीं होने पर बेघर कर दिया जाएगा।
यहां पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को भड़काने की कोशिश संस्था के सदस्यों के द्वारा की गई है। बच्चों को यह पढ़ाया जा रहा था कि एनआरसी और सीएए कानून नागरिकों के हित में नहीं है इसलिए हम सभी को मिलकर इसका विरोध करना चाहिए। बच्चों को यह भी बताया जा रहा था कि जरूरी दस्तावेजों को संभालकर रखें जरूरत पड़ने पर काम आएंगे।