DESK: आरा के शर्मनाक सेक्स रैकेट मामले को रफा दफा करने के लिए बड़े साहब के पास 50 पेटी और डिप्टी साहब के पास 20 पेटी पहुंचा दी गयी है. तभी इस मामले के किंग पिन को ऐसे जघन्य मामले में भी खुला छोड़ दिया गया है. आरा के सियासी हलके में ये चर्चा जोरो पर है.
कितनी हकीकत है इस चर्चा में
सेक्स रैकेट मामले में पुलिसिया कार्रवाई ऐसी चर्चाओं को बल दे रही है. आरा में एक महीने पहले बहुचर्चित सेक्स रैकेट का खुलासा हुआ था. 12 साल की एक नाबालिग दलित लड़की को अगवा कर उससे जबरन देह व्यापार कराया जा रहा था. इस मामले में सेक्स रैकेट संचालिका ने सनसनीखेज बयान दिया था. उसने कहा था कि बड़े लोगों के घर पर लड़की को भेजा गया था. सेक्स रैकेट संचालिका ने जितने लोगों का नाम लिया उसमें एक कद्दावर नेता को छोड़ कर बाकी तमाम लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया. कद्दावर नेता से पुलिस ने पूछताछ करने तक की जहमत नहीं उठायी. इसके बाद ही लोगों में चर्चाओं का बाजार गर्म है. कहा ये जा रहा है कि घाट से नोट से भरे दो बैग निकले. बड़ा बैग बड़े साहब के पास पहुंचा. छोटा बैग डिप्टी साहब के पास. सेक्स रैकेट के सबसे बड़े गुनाहगार के खिलाफ कार्रवाई नोटों से भरे बैग के नीचे दब गयी.
लड़की ही नहीं यौनवर्धक दवा भी हो रही थी सप्लाई
आरा में उस दवा की भी चर्चा हो रही है जो सेक्स रैकेट के सबसे बडे गुनाहगार को सप्लाई की जा रही थी. लोगों के मुताबिक सैक्स रैकेट चलाने वाली अनिता देवी का दलाल संजय पासवान उर्फ जीजा जी को पुलिस ने पकड़ा तो उसने दवा का राज खोला. उसने बताया कि वो लड़की ही नहीं यौनवर्धक दवा भी सप्लाई कर रहा था. सेक्स रैकेट के बड़े क्लाइंट के पास नियमित तौर पर लड़की के साथ साथ दवा पहुंचायी जा रही थी. हालांकि पुलिस ने संजय पासवान के बयान की कोई जानकारी मीडिया को नहीं दी है. ऐसे में लोग आशंका जता रहे हैं कि संजय पासवान के इस बयान को दर्ज ही नहीं किया गया है.
रफा-दफा हो गयी नाबालिग दलित लड़की के साथ हुई हैवानियत
आरा सेक्स रैकेट कांड में दलित नाबालिग लड़की के साथ हैवानियत हुई थी. 12 साल की दलित लड़की को अगवा कर उससे जबरन देह व्यापार कराया गया. लड़की किसी तरह बचकर भाग निकली और पुलिस के पास जा पहुंची. पुलिस के समक्ष उसने जो बयान दिया उसने सियासी तूफान खड़ा कर दिया लेकिन अब चर्चा यही है कि 50 पेटी और 20 पेटी में मामला सेट हो गया है.
आरा पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं
इस मामले में हमने कई दफे आरा पुलिस का पक्ष जानने की कोशिश की लेकिन आरा पुलिस कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.