Patna Crime News: पटना पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर बदमाश, Top10 अपराधियों में है शुमार; हथियार और गोलियां बरामद Patna Crime News: पटना पुलिस की गिरफ्त में आया शातिर बदमाश, Top10 अपराधियों में है शुमार; हथियार और गोलियां बरामद Kalpavas Rituals: कल्पवास कब से कब तक, जानिए संगम पर आध्यात्मिक साधना और स्नान की पूरी जानकारी Bihar STET Result 2025: खत्म होने वाला 4 लाख अभ्यर्थियों का इंतजार, जल्द आएगा परिणाम; बोर्ड ने बताई संभावित तारीख PM-JANMAN Mission: बिहार में आदिवासी छात्रों के लिए इतने नए आवासीय छात्रावास, जानिए कब और कौन-कौन से जिले हैं शामिल? Bihar crime news : बिहार में बेख़ौफ़ हुए अपराधी ! महिला की संदिग्ध मौत, पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा Heart Attack: सर्दियों में क्यों बढ़ जाता है हार्ट अटैक, जानिए शुरुआती लक्षण Industry Hub Bihar: इंडस्ट्री हब बनने जा रहा पटना का यह इलाका, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू Industry Hub Bihar: इंडस्ट्री हब बनने जा रहा पटना का यह इलाका, जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू Mukhyamantri Mahila Rojgar Yojana : बिहार की महिलाओं के खाते में इस तारीख को आएंगे 10000 रुपये, आवेदन का लास्ट डेट भी नजदीक
27-Aug-2021 12:39 PM
PATNA : राष्ट्रीय जनता दल में पहले से ही साइड लाइन किए जा चुके आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को अब एक और बड़ा झटका लगा है. कभी तेज प्रताप यादव के खास खास रहे छात्र आरजेडी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव ने उनका साथ छोड़ दिया है. आकाश यादव और एलजेपी पारस का दामन थामने जा रहे हैं.
दरअसल तेज प्रताप यादव ने जिस तरह जगदानंद सिंह को चुनौती दी. उसका खामियाजा आकाश यादव को भुगतना पड़ा था. आकाश यादव के ऊपर गाज गिरा दी गई थी. उन्हें प्रदेश अध्यक्ष की कुर्सी से हटा कर गगन यादव को छात्र विंग का अध्यक्ष बनाया गया था. इसके बाद से आकाश यादव लगातार आरजेडी में हाशिए पर चल रहे थे.
फर्स्ट बिहार से बातचीत में आकाश यादव ने कहा है कि वह अपने राजनीतिक भविष्य के बारे में सोच विचार करने के बाद एलजेपी पारस का दामन थाम रहे हैं. बाकी किसी भी बात पर टिप्पणी करने से आकाश यादव ने फिलहाल मना किया है. आकाश यादव आज यानी शुक्रवार की शाम 4 बजे एलजेपी पारस का दामन थाम लेंगे.
आकाश यादव के आरजेडी छोड़ने के साथ यह तय हो गया है कि तेज प्रताप यादव का भविष्य पार्टी के अंदर संकट में है. जिस तरह तेजस्वी यादव और जगदानंद सिंह ने तेज प्रताप यादव को साइडलाइन किया, उसके बाद अब इस बात की उम्मीद बेहद कम बची है कि तेज प्रताप और उनके साथ माने जाने वाले समर्थक नेताओं को आरजेडी में ज्यादा तवज्जो दी जाएगी.