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आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ 17 अक्टूबर को प्रखंड स्तर पर BJP का धरना, नीतीश सरकार को घेरने की तैयारी

आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ 17 अक्टूबर को प्रखंड स्तर पर BJP का धरना, नीतीश सरकार को घेरने की तैयारी

13-Oct-2022 01:54 PM

PATNA: नीतीश सरकार के आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ आगामी 17 अक्टूबर को बीजेपी प्रखंड स्तर पर धरना का आयोजन करेगी। इसके माध्यम से सरकार को घेरने की तैयारी की जा रही है। पटना में आयोजित प्रेस वार्ता में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने इस बात की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार साजिश के तहत जान-बूझकर बिहार में नगर निकाय चुनाव कराना नहीं चाहते हैं। खुद रबड़ स्टैण्ड मुख्यमंत्री बनकर बैठे हैं। 


बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने महागठबंधन की सरकार पर जमकर हमला बोला। कहा कि आज 13 अक्टूबर हो गया लेकिन अभी तक ना ही सुप्रीम कोर्ट में गये और ना ही आयोग बनाने का काम किया गया है। इस बात से यह साफ झलकता है कि राजद और जेडीयू आरक्षण विरोधी है। 


नगर निकाय की सभी विकास राशि मंत्री के पास रहे इसलिए ऐसा जान-बूझ कर किया गया है। नगर निकाय की सारी जिम्मेदारी नगर विकास मंत्री तेजस्वी यादव के अधीन रहेगी। 1990 में जैसा लालू करते थे वैसा ही किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बीजेपी चेतावनी देती है कि पिछड़ों और अतिपिछड़ों को तुरंत आरक्षण दें और नगर निकाय चुनाव कराए। यदि ऐसा नहीं किया गया तो सरकार के आरक्षण विरोधी नीतियों के खिलाफ 17 अक्टूबर को हर प्रखंड में बीजेपी धरना देगी और आरक्षण बचाओ चुनाव कराओ की मांग करेगी।


बीजेपी प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल, बिहार विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी सहित कई बीजेपी नेता मौजूद थे। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि 1977 में जब जनसंघ का विलय जनता पार्टी में हुआ था तब मौजूदा मंत्रिमंडल में जनसंघ भी शामिल था और तब जनसंघ ने बिहार में आरक्षण दिया था। 1977 में मोरारजी देसाई की सरकार में अटल बिहारी वाजपेई सरकार में शामिल थे। केंद्र सरकार के माध्यम से मंडल कमीशन को लागू किया गया था। लालू प्रसाद यादव की जब से सरकार बनीं उन्होंने आरक्षण की चिंता नहीं की।पिछड़ों और अतिपिछड़ों को पंचायत के चुनाव में आरक्षण मिले इसकी चिंता लालू प्रसाद यादव ने नहीं की। 


2005 के बाद जब एनडीए की सरकार बनी तब पिछड़ों और अतिपिछड़ों को पंचायत चुनाव में आरक्षण देने का काम किया गया। बीजेपी अब मांग कर रही है कि बिहार में नगर निकाय चुनाव में अति पिछड़ों को आरक्षण मिले और चुनाओ जल्द से जल्द हो। संजय जायसवाल ने कहा कि नगर निकायों में मिलने वाली राशि में लूट करने के लिए सरकार चुनाव नहीं कराना चाहती है। कोर्ट के आदेश के बाद अभी तक ना तो सरकार सुप्रीम कोर्ट गई है ना ही किसी आयोग का ही गठन किया गया। 


नगर निकाय के चुनाव नहीं होगा तो नगर विकास मंत्री के पास विकास राशि रहेगा। लालू यादव ने अपने कार्यकाल में जो काम किया था वह अभी फिर से दोहराया जा रहा है। संजय जायसवाल ने कहा कि बीजेपी 17 अक्टूबर को आरक्षण बचाओ चुनाव कराओ की मांग को लेकर धरना देगी। 30 दिनों के अंदर सरकार चुनाव कराने पर कुछ फैसला नहीं लेती है तो बीजेपी सड़क पर उतरेगी।


वहीं बेतिया में खुलेआम फायरिंग पर संजय जयसवाल ने कहा कि अपराधियों में वर्चस्व की लड़ाई चल रही है। बिहार में 1990 जैसे हालात हो गए हैं। पटना में डेंगू के कहर पर बीजेपी अध्यक्ष ने कहा कि तेजस्वी पहले नेता प्रतिपक्ष थे तो वह कभी-कभार दिल्ली से बयान देने आ जाते थे। डेंगू के प्रकोप से मरीजों का बुरा हाल है। तेजस्वी यादव स्वास्थ्य विभाग संभाल रहे हैं जिस तरह से डेंगू के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं उन्हें बिहार में ही रहना चाहिए। बिहार के स्वास्थ्य मंत्री रहते हुए तेजस्वी जो अनदेखी कर रहे हैं उसे बिहार की जनता भली भांती देख रही है।