मुजफ्फरपुर के डीएम के नाम से फर्जी व्हाट्सएप प्रोफाइल, प्रशासन ने जारी की चेतावनी भारतीय क्रिकेटर आकाशदीप ने सासाराम में मनाया जन्मदिन, AB क्रिकेट अकादमी में हुआ खास आयोजन सुपौल के लोहियानगर रेलवे गुमटी पर बड़ा हादसा, ऑटो की टक्कर से टूटा फाटक, भीषण जाम की स्थिति बिहार बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद श्यामा मंदिर में संजय सरावगी ने की पूजा, नेतृत्व के विश्वास पर खड़ा उतरने का लिया संकल्प Bihar Transfer Posting: बिहार प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों का तबादला, दो वेटिंग फॉर पोस्टिंग; सरकार ने जारी की अधिसूचना Bihar Transfer Posting: बिहार प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों का तबादला, दो वेटिंग फॉर पोस्टिंग; सरकार ने जारी की अधिसूचना Bihar Crime News: घर के बरामदे में सो रहे शख्स की हत्या, बदमाशों ने बैक टू बैक मारी तीन गोलियां Bihar Crime News: घर के बरामदे में सो रहे शख्स की हत्या, बदमाशों ने बैक टू बैक मारी तीन गोलियां Ration Card: अगर अबतक नहीं किया यह काम तो रद्द हो जाएगा आपका राशन कार्ड, बिहार में शुरू होने जा रहा विशेष अभियान Ration Card: अगर अबतक नहीं किया यह काम तो रद्द हो जाएगा आपका राशन कार्ड, बिहार में शुरू होने जा रहा विशेष अभियान
19-Nov-2023 05:09 AM
By First Bihar
PATNA : लोकआस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो चुकी है और चारों ओर छठ पर्व की धूम देखने को मिल रही है। घर-घर छठी मईया के गीत बज रहे हैं और चूल्हे में ठेकुआ प्रसाद तैयार हो रहा है।
इस चार दिवसीय छठ पर्व की रोनक ऐसी होती है, जिसमें केवल घर-परिवार के लोग ही नहीं बल्कि आस-पड़ोस के लोग भी रम जाते हैं। छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर से हो चुकी है और 20 नवंबर को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद छठ पूजा संपन्न हो जाएगा।
मालुम हो कि, उगते हुए सूर्य को तो अन्य दिनों में भी अर्घ्य दिया जाता है, लेकिन छठ एकमात्र ऐसा पर्व है, जिसमें डूबते हुए सूर्य को भी अर्घ्य देने की परंपरा है। यह इस बात का संदेश देता है कि, अस्त के बाद उदय जरूर होता है।
वहीं , इसके पीछे एक मान्यता यह भी है, जिसके अनुसार सूर्य जब अस्त होते हैं तो वह अपनी दूसरी पत्नी प्रत्यूषा (सूर्य की अंतिम किरण) के साथ रहते हैं, जिन्हें अर्घ्य देने से मनोवांछित फल मिलता है।
उधर, 20 नवंबर 2023 को कार्तिक शुक्ल सप्तमी के दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसे ऊषा अर्घ्य या उदीयमान सूर्य अर्घ्य कहा जाता है। इस तरह इन दोनों दिनों में अर्घ्य देने के बाद ही छठ व्रत संपन्न होता है। लेकिन इस बात का विशेष ध्यान रखें कि, छठ पूजा में सूर्य देव को अर्घ्य समय पर दें।