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18-Sep-2022 03:19 PM
By SANT SAROJ
SUPAUL: सुपौल के वीरपुर में 4 युवकों की संदिग्ध मौत का मामला तूल पकड़ने लगा है। घटना से आक्रोशित लोगों ने पुलिस पर पथराव किया और डीएसपी की गाड़ी को क्षतिग्रस्त कर दिया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे लोगों पर लाठी चार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इलाके में अफरा-तफरी की स्थिति बनी हुई है।
बता दें कि घटना के विरोध में रविवार की सुबह से ही स्थानीय लोग और परिजन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने परिजनों को बिना सूचना दिए डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए सुपौल भेज दिया। परिजन ने चारों युवकों की हत्या किये जाने की बात कर रहे हैं और आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। इसी बीच डीएसपी के नेतृत्व में स्थानीय पुलिस प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने पहुंचे इसी बीच प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच झड़प शुरू हो गयी।
देखते ही देखते वीरपुर बाजार रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इस घटना में डीएसपी बीरपुर की गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गया वहीं कई पुलिसकर्मी भी घायल हो गये। जिसके बाद पुलिस की तरफ से भी जवाबी कार्रवाई की गई। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गये। इस दौरान अफरा-तफरी मच गयी। गौरतलब है कि वीरपुर में 4 युवकों की सदिग्ध मौत हो गयी। चारों की लाश सड़क के किनारे मिली। आक्रोशित लोगों ने बाजार बंद कर दिया और थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया।
मृतकों की पहचान नगर पंचायत वार्ड 10 निवासी 20 वर्षीय रवि कार्की, 22 वर्षीय ऋतिक कुमार, 21 वर्षीय रोहित थापा और वार्ड 13 निवासी 21 वर्षीय रोहित ठाकुर के रूप में की गयी है। घटना से गुस्साएं लोगों ने पूरे बाजार को बंद कर दिया और सड़क पर आगजनी कर पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। परिजनों का आरोप है कि युवकों की सड़क हादसे में मौत नहीं हुई है बल्कि हत्या की गयी है। क्योंकि बरामद बाइक को देखा जाए तो एक स्क्रेच का भी निशान नहीं है। हालांकि पुलिस ने हत्या की पुष्टि नहीं की है। पुलिस पर आरोप है कि पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। लोगों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई करने की मांग की है।