ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार

जिस बेटे का पिता ने 20 साल पहले किया था श्राद्ध, लॉकडाउन में लौटा घर

जिस बेटे का पिता ने 20 साल पहले किया था श्राद्ध, लॉकडाउन में लौटा घर

21-May-2020 10:34 AM

LAKHISARAI: एक तरफ जहां कोरोना लोगों के अपनो से दूर कर रही है तो वहीं मध्य प्रदेश में ठीक इसके उलट कोरोना महामारी के कारण एक परिवार के लिए उनका मरा हुआ बेटा जिंदा लौट आया.  

मामला बिहार के लखीसराय के बड़हिया के खपटहा डीह गांव की है. दरअसल खपटहा डीह गांव के मिश्री सिंह का बेटा रमाकांत सिंह 1999 में 20 साल की उम्र में चोरी करने के बाद  घर से भाग गया था, जिसके बाद वह नहीं लौटा, उसके माता-पिता 12 वर्ष तक उसके आने का इंतजार करते रहे और उसकी काफी खोजबीन की थी. लेकिन वह लौटकर वापस नहीं आया. जिसके बाद परिवार ने उसे मृत मानकर उसका श्राद्धकर्म तक कर दिया था.

 बुधवार को रमाकांत गंगासराय क्वारेंटिन सेंटर में  पाया गया, जिसे देखकर लोग हैरान रह गये. उसने बताया कि श्राद्धक्रम के बाद वह एक बार गांव आया था, लेकिन कोई उसे पहचान नहीं सका था, जिसके बाद वह निराश होकर दिल्ली वौट गया था. लॉकडाउन में फंसने के बाद उसने घर लौटने को सोचा. परिजन अपने बेटे के लौट आने की बात जानते ही काफी खुश है. वहीं अब रमाकांत भी गांव में ही रहना चाहता है.

रमाकांत ने बताया कि वह गांव से भागकर दिल्ली चला गया था. जहां ई-रिक्शा चलाकर जीविकोपार्जन करता था, लेकिन वॉकडाउन के कारण काम-धंधा बंद हो गया और वह पैदल अपने गांव लौट आया.