ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Police Recruitment 2026 : अगले साल बिहार पुलिस में बड़ी भर्ती, सूबे को मिलेंगे 45 हजार सिपाही और 1,799 दारोगा; बढ़ रही महिलाओं की भागीदारी Delhi High Court : B.Ed डिग्रीधारी टीजीटी और पीजीटी पदों के लिए पात्र, हाईकोर्ट का बड़ा फैसला; इनलोगों को मिलेगी बड़ी राहत success story : BPSC से UPSC तक: इसे कहते हैं सफलता, IPS बनी गांव की बेटी; जानिए क्या है इनका पूरा प्रोफाइल Sarkari Naukri: बिहार के युवाओं के पास IMD में नौकरी पाने का मौका, आज आवेदन की अंतिम तिथि Patna High Court : पटना हाईकोर्ट ने AIG प्रशांत कुमार की भ्रष्टाचार प्राथमिकी रद्द की, अब सुप्रीम कोर्ट में SVU करेगी अपील Bihar Gyan Post : महज 20 रुपये में देशभर में भेजें किताबें , डाकघर में शुरू हुई 'ज्ञान पोस्ट' सेवा; जानिए कैसे करें बुकिंग Bihar Traffic Rules: बिहार में गाड़ी चलाते समय यह गलती करवा देगी लाइसेंस रद्द, 10 हजार चालकों पर गाज गिराने की तैयारी Bihar Board : बिहार बोर्ड को मिला तीन ISO प्रमाणपत्र, देश का पहला बोर्ड बना; जानिए क्या है इससे फायदा IPL Jobs: आईपीएल में नौकरी पाने का यह है सबसे आसान तरीका, जानें वैकेंसी से लेकर योग्यता तक की हर डिटेल.. Electricity Bill : गलत बिजली बिल से मिलेगी छुटकारा, बदली जा रही है मीटर रीडिंग व्यवस्था; विभाग ने लिया बड़ा फैसला

2 सिर, 4 हाथ और 3 पैर वाले अद्भुत बच्चे का जन्म, बच्चे को देखने के लिए उमड़ी भीड़

2 सिर, 4 हाथ और 3 पैर वाले अद्भुत बच्चे का जन्म, बच्चे को देखने के लिए उमड़ी भीड़

25-Aug-2021 02:33 PM

BHAGALPUR: जिले नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में एक अद्भुत बच्चे का जन्म हुआ है। 2 सिर, 4 हाथ और 3 पैर वाले बच्चे की जन्म की खबर मिलते ही बच्चे को देखने के लिए अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।  


बताया जाता है कि धोबिनिया के रहने वाले मनोज यादव और सुभद्रा देवी का यह पांचवा बच्चा था। आज सुबह ही प्रसव पीड़ा के बाद सुभद्रा देवी को नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जहां इस अद्भुत बच्चे ने जन्म लिया। बच्चे को दो सिर, चार हाथ और तीन पैर है। हालांकि जन्म के कुछ समय बाद ही मौत हो गयी। 


नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि ऐसे बच्चे के जन्म लेने के बाद बचने की उम्मीद कम रहती है। जब बच्चे का शुक्राणु बनता है उसी समय कुछ मामलों में उसमें विभाजन हो जाता है। इसी कारण इस तरह के बच्चे का जन्म होता है। यह बहुत कम ही लोगों में देखने को मिलता है। 


वही परिजनों ने बताया कि अस्पताल में ही सुभद्रा देवी का इलाज और नियमित जांच वे करा रहे थे। लेकिन डॉक्टरों ने यह जानकारी नहीं दी की पेट में पल रहा बच्चा कैसा है। यदि इसकी जानकारी दी गयी होती तो बेहतर इलाज के लिए कही और ले जाते लेकिन उनसे डॉक्टर हमेशा यही बात कहते आए कि पेट में पल रहा बच्चा बिलकुल ठीक है। डॉक्टर यदि समय पर सब कुछ स्पष्ट बताते तो शायद बच्चे को बचाया जा सकता था।