ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार की कोर्ट ने थानेदार पर लगाया 10 हजार का जुर्माना, SSP से मांगा जवाब; मामला जानकर दंग रह जाएंगे Bihar News: बिहार की कोर्ट ने थानेदार पर लगाया 10 हजार का जुर्माना, SSP से मांगा जवाब; मामला जानकर दंग रह जाएंगे Bihar News: मुहर्रम को लेकर बिहार में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट, जुलूस को लेकर गाइडलाइन जारी Bihar News: मुहर्रम को लेकर बिहार में पुलिस और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट, जुलूस को लेकर गाइडलाइन जारी Bihar News: कांग्रेसियों ने राहुल गांधी को 'सेनेटरी पैड' पर बिठाया, यही पैकेट 5 लाख महिलाओं-लड़कियों के बीच बांटी जायेगी Bihar News: कैपिटल एक्सप्रेस में भीषण लूटपाट, बदमाशों ने एक दर्जन से अधिक लोगों को पीटा Bihar News: लोको पायलट की वजह से टला बड़ा हादसा, 3 घंटे बाधित रहा रेल मार्ग Bihar Transport: एक ठेकेदार से 1.20 लाख की मासिक वसूली, महिला MVI ने कबूला- ऑडियो में आवाज उन्हीं की है, रिश्वत रैकेट के पर्दाफाश के बाद कह रहींं– मुझे... Bihar Crime News: डबल मर्डर से दहला मधेपुरा, पति-पत्नी की निर्मम हत्या; SH-91 जाम Bihar News: बिहार में तबादलों की 'सरकारी जिद' उजागर, अफसरों के स्थानांतरण को लेकर 'नगर विकास विभाग' में गजब की थी बेचैनी...मुख्य सचिव का आदेश भी बेअसर

2 सिर, 4 हाथ और 3 पैर वाले अद्भुत बच्चे का जन्म, बच्चे को देखने के लिए उमड़ी भीड़

2 सिर, 4 हाथ और 3 पैर वाले अद्भुत बच्चे का जन्म, बच्चे को देखने के लिए उमड़ी भीड़

25-Aug-2021 02:33 PM

BHAGALPUR: जिले नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में एक अद्भुत बच्चे का जन्म हुआ है। 2 सिर, 4 हाथ और 3 पैर वाले बच्चे की जन्म की खबर मिलते ही बच्चे को देखने के लिए अस्पताल परिसर में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी।  


बताया जाता है कि धोबिनिया के रहने वाले मनोज यादव और सुभद्रा देवी का यह पांचवा बच्चा था। आज सुबह ही प्रसव पीड़ा के बाद सुभद्रा देवी को नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल में एडमिट कराया गया था। जहां इस अद्भुत बच्चे ने जन्म लिया। बच्चे को दो सिर, चार हाथ और तीन पैर है। हालांकि जन्म के कुछ समय बाद ही मौत हो गयी। 


नवगछिया अनुमंडलीय अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि ऐसे बच्चे के जन्म लेने के बाद बचने की उम्मीद कम रहती है। जब बच्चे का शुक्राणु बनता है उसी समय कुछ मामलों में उसमें विभाजन हो जाता है। इसी कारण इस तरह के बच्चे का जन्म होता है। यह बहुत कम ही लोगों में देखने को मिलता है। 


वही परिजनों ने बताया कि अस्पताल में ही सुभद्रा देवी का इलाज और नियमित जांच वे करा रहे थे। लेकिन डॉक्टरों ने यह जानकारी नहीं दी की पेट में पल रहा बच्चा कैसा है। यदि इसकी जानकारी दी गयी होती तो बेहतर इलाज के लिए कही और ले जाते लेकिन उनसे डॉक्टर हमेशा यही बात कहते आए कि पेट में पल रहा बच्चा बिलकुल ठीक है। डॉक्टर यदि समय पर सब कुछ स्पष्ट बताते तो शायद बच्चे को बचाया जा सकता था।