ब्रेकिंग न्यूज़

INDIAN RAILWAY: इस दिन से दौड़ेगी सहरसा-मुंबई नई अमृत भारत एक्सप्रेस, जाने क्या होगा रूट और टाइमिंग BIHAR NEWS: पहलगाम हमले को लेकर एक्शन में बिहार सरकार, कहा इस दिन तक राज्य छोड़ें पाकिस्तानी नागरिक,वरना... Bihar Rain Alert: बिहार के लिए राहत वाली खबर, 26 से 30 अप्रैल तक मेघगर्जन-ओलावृष्टि के साथ होगी बारिश पटना में 24 पाकिस्तानी महिलाओं की लिस्ट जारी, तीन ने ली भारतीय नागरिकता 40 साल दरगाह की सेवा के बाद श्यामलाल की घर वापसी, पहलगाम आतंकी हमले से हुआ हृदय परिवर्तन Bihar News: सदर अस्पताल में मिला 25 वर्षीय युवक का शव, प्रेमिका के परिवार वालों पर हत्या का आरोप आतंकवादी हमले के खिलाफ पटना में महागठबंधन का कैंडल मार्च, तेजस्वी यादव-मुकेश सहनी सहित कई नेता रहे मौजूद Road Accident: भारतीय सेना के जवान की सड़क हादसे में मौत, पिता के निधन के बाद छुट्टी पर आए थे घर गोपालगंज में 4 दिन से लापता युवती की लाश बगीचे से बरामद, हत्या के विरोध में परिजनों ने किया सड़क जाम हंगामा CSKvsSRH: 10वें स्थान को लेकर CSK और SRH में रोचक जंग के बीच चेन्नई को मिले भविष्य के 2 सुपरस्टार

नियोजित शिक्षकों का नीतीश सरकार के खिलाफ सबसे बड़ा प्रदर्शन, सड़क पर अंतिम लड़ाई की तैयारी

नियोजित शिक्षकों का नीतीश सरकार के खिलाफ सबसे बड़ा प्रदर्शन, सड़क पर अंतिम लड़ाई की तैयारी

04-Sep-2019 09:23 AM

By 3

PATNA : समान काम, समान वेतन के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट से लड़ाई हार चुके नियोजित शिक्षकों ने नीतीश सरकार के खिलाफ सड़क पर अंतिम लड़ाई लड़ने का फैसला किया है। शिक्षक दिवस के मौके पर 5 सितंबर को राजधानी पटना में प्रदेशभर के नियोजित शिक्षकों का जुटान होना है। बड़ी तादाद में नियोजित शिक्षक पटना में प्रदर्शन करने वाले हैं लिहाजा सरकार भी अलर्ट मोड में आ गई है। नियोजित शिक्षकों ने पटना में प्रदर्शन के लिए गांधी मैदान की मांग जिला प्रशासन से की थी लेकिन उन्हें गांधी मैदान मुहैया नहीं कराया गया। अब 5 सितंबर को नियोजित शिक्षक गर्दनीबाग के संजय गांधी स्टेडियम में मुंह पर काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करेंगे। बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति के आह्वान पर होने वाले इस प्रदर्शन के लिए राज्य के कोने-कोने से नियोजित शिक्षकों ने पटना पहुंचना शुरू कर दिया है। नियोजित शिक्षक कल के प्रदर्शन में शामिल नहीं हो इसके लिए शिक्षा विभाग में बकायदा एक सरकारी आदेश भी जारी किया है लेकिन बावजूद इसके नियोजित शिक्षकों ने ऐलान कर दिया है कि सरकार चाहे जो कार्यवाही कर ले वह सड़क पर उतरकर अंतिम संघर्ष को तैयार हैं। मामला आर या पार का है नियोजित शिक्षकों को पता है कि सुप्रीम कोर्ट में लड़ाई हारने के बाद अब उनके पास केवल एक ही विकल्प है कि वह राज्य सरकार को समान काम समान वेतन के मुद्दे पर झुका दें।