दरभंगा में 22 दिसंबर तक स्कूल बंद, कपकपाती ठंड को देखते हुए डीएम ने लिया फैसला बिहार में नहीं थम रहा भूमि विवाद का मामला: बेगूसराय में जमीन के लिए किसान को मारी गोली, हालत गंभीर सारण की अंजली कुशवाहा ने रचा इतिहास, प्रथम प्रयास में BSPHCL परीक्षा में बालिका वर्ग में सर्वोच्च स्थान सारण में आपसी विवाद में महिला पर हमला, इलाज के दौरान मौत, पति ने पट्टीदारों पर हत्या का लगाया आरोप BIHAR: चर्चित सजल अपहरण कांड का खुलासा, मास्टरमाइंड निकला साथ रहने वाला डॉक्टर बिहार की छात्राओं के लिए ‘साथी’ कार्यक्रम की शुरुआत, IIT जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए कोचिंग की व्यवस्था BIHAR: छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने किया हमला, सब इंस्पेक्टर समेत 4 जवान घायल NMSRC-2025 सम्मेलन: शोध, अनुकूलनशीलता और दूरदर्शी सोच पर विशेषज्ञों का जोर बढ़ती ठंड के कारण 21 दिसंबर तक सभी स्कूल बंद, डीएम ने जारी किया आदेश Rajniti Prasad: पूर्व आरजेडी सांसद राजनीति प्रसाद का निधन, 79 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
18-Jun-2025 12:27 PM
By First Bihar
Life Style: आज के समय में अधिकांश लोग अपनी सुबह की शुरुआत एक कप चाय या कॉफी के साथ करते हैं। खासकर कॉफी, जो न सिर्फ ऊर्जा देती है बल्कि मानसिक तनाव भी कम करती है। लेकिन क्या होगा अगर वही कॉफी नकली हो? जी हां, यह डर अब हकीकत बन चुका है। हाल ही में सामने आई रिपोर्ट्स और फूड सेफ्टी एजेंसियों की जांच में खुलासा हुआ है कि बाजार में मिलावटी या नकली कॉफी धड़ल्ले से बेची जा रही है।
नकली कॉफी स्वाद और खुशबू में असली जैसी लगती है, लेकिन असल में इसमें मिलाए जाते हैं सस्ते और हानिकारक तत्व जैसे इमली के बीज का पाउडर, खजूर के बीज, इस्तेमाल किया हुआ कॉफी पाउडर, कॉर्नस्टार्च, और जली हुई चीनी का पाउडर। ये तत्व कॉफी की मात्रा बढ़ाने के लिए मिलाए जाते हैं, लेकिन नियमित रूप से इनके सेवन से स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ सकते हैं।
वहीं, फूड एंड न्यूट्रिशन एक्सपर्ट्स का कहना है कि, मिलावटी कॉफी न सिर्फ पोषक तत्वों से रहित होती है, बल्कि इसके सेवन से पेट की समस्याएं, पाचन तंत्र में गड़बड़ी, लीवर और किडनी पर असर और लंबे समय में गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है। यदि आपको संदेह हो कि आपकी कॉफी असली नहीं है, तो आप एक सिंपल टेस्ट घर पर ही कर सकते हैं। आइए हम आपको बताते है कि आप सिर्फ पानी वाला टेस्ट से कॉफी असली है या नकली पता लगा सकते है।
पानी वाला टेस्ट
एक कांच के गिलास में साफ पानी लें।
उसमें एक चम्मच कॉफी पाउडर डालें (हिलाएं नहीं)।
यदि पाउडर ऊपर तैरता है, तो यह कॉफी संभवतः असली है।
अगर वह नीचे बैठ जाए या तुरंत रंग छोड़ने लगे, तो वह मिलावटी या नकली हो सकती है।
मिलावटी कॉफी से बचने के उपाय
विश्वसनीय ब्रांड का चयन करें – हमेशा अच्छे, प्रमाणित और लोकप्रिय ब्रांड की ही कॉफी खरीदें।
सीलबंद और ब्रांडेड पैकेट ही लें – खुली या लोकल पैकिंग वाली कॉफी से बचें।
एक्सपायरी और पैकेजिंग जांचें – खरीदने से पहले पैकिंग की स्थिति और तारीख जरूर देखें।
बहुत सस्ती कॉफी से सावधान रहें – अवास्तविक रूप से सस्ती कॉफी अक्सर मिलावटी होती है।
समय-समय पर टेस्ट करें – यदि आपको संदेह हो, तो घर पर टेस्ट जरूर करें।
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (FSSAI) और राज्य स्तर की खाद्य सुरक्षा एजेंसियां लगातार मिलावट के खिलाफ जांच और कार्रवाई कर रही हैं। लेकिन जब तक उपभोक्ता स्वयं सतर्क नहीं रहेंगे, तब तक ऐसे मामलों पर पूरी तरह रोक लगाना मुश्किल है। आपकी सुबह की कॉफी केवल एक आदत नहीं, बल्कि आपकी सेहत से जुड़ी होती है। ऐसे में नकली कॉफी का सेवन सिर्फ स्वाद तक सीमित नहीं, बल्कि यह आपके शरीर को लंबे समय तक नुकसान पहुंचा सकता है। सतर्क रहें, जांचें और सचेत होकर ही कॉफी का चुनाव करें।