RSS: ‘सोने की चिड़िया’ नहीं, भारत को अब ‘शेर’ बनना है, दुनिया को सिर्फ शक्ति की भाषा समझ आती है: मोहन भागवत Bihar News: हमेशा के लिए बदल जाएगी बिहार के इस जिले की तस्वीर, 106 योजनाओं पर खर्च होंगे ₹59 करोड़ Bihar News: 2020 विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार होंगे कम मतदाता, पिछली बार 2005 में हुआ था ऐसा INDvsENG: टेस्ट क्रिकेट में भारत ने बनाया नया वर्ल्ड रिकॉर्ड, 148 साल से नहीं हुआ था यह कारनामा Bihar Weather: बिहार के इन जिलों में आज बारिश का अलर्ट, वज्रपात को लेकर भी IMD ने किया सावधान अमरनाथ एक्सप्रेस की बोगी में महिला ने दिया बच्चे को जन्म, समस्तीपुर में भर्ती फतुहा में पुनपुन नदी में नाव पलटी, दो लापता; 18 लोग तैरकर बचे नीसा देवगन बनीं ग्रेजुएट, काजोल ने चिल्लाकर कहा.. ‘कम ऑन बेबी’, वीडियो वायरल अरवल: हत्या के दो फरार आरोपियों के घर पुलिस ने चिपकाया इस्तेहार, 30 दिन में सरेंडर का आदेश बिहार में शराब तस्करी का खेल जारी: अंडे की कैरेट के बीच छिपाकर मुजफ्फरपुर ले जाई जा रही थी 3132 लीटर विदेशी शराब, ट्रक जब्त
20-Apr-2025 09:15 PM
By First Bihar
Video Viral: बिहार के बेतिया से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां गांव की लड़की के साथ छेड़खानी करने के आरोप में दो मनचलों को ग्रामीणों ने पकड़ लिया और सरेआम सजा दी। मझौलिया प्रखंड क्षेत्र के एक गांव में स्थानीय लोगों ने आरोपित युवकों का सिर मुंडवाकर, उनके चेहरे पर कालिख और चुना पोत दिया, फिर चप्पल से दो लोगों ने मिलकर दोनों मनचलों की जमकर पिटाई कर दी। इस पूरी घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लेकर कई तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं।
वायरल वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि दोनों युवकों को ग्रामीणों ने घेर रखा है। किसी ने उनका आधा सिर मुंडवाया, वहीं दूसरे ग्रामीण उनके चेहरे पर कालिख पोतते नजर आ रहे हैं। इसके बाद भीड़ ने चप्पलों से उनकी पिटाई शुरू कर दी। वीडियो में युवक रहम की भीख मांगते दिख रहे हैं, लेकिन गुस्साए ग्रामीणों ने उनकी एक न सुनी। हालांकि वायरल इस वीडियो की पुष्टि फर्स्ट बिहार नहीं करता है।
बताया जा रहा है कि ये पूरा घटनाक्रम तब शुरू हुआ जब गांव की एक लड़की ने दो युवकों पर छेड़छाड़ का आरोप लगाया। लड़की की शिकायत के बाद गुस्साए ग्रामीणों ने बिना पुलिस को सूचना दिए खुद ही कार्रवाई कर डाली। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवकों पर लगाए गए आरोप कितने सच हैं। पुलिस की ओर से फिलहाल इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
वहीं, वायरल वीडियो की पुष्टि 'फर्स्ट बिहार' नहीं करता है, लेकिन सोशल मीडिया पर वीडियो को लेकर लोगों की प्रतिक्रियाएं बंटी हुई हैं। कुछ लोग इसे ग्रामीणों की त्वरित न्याय प्रक्रिया बता रहे हैं, तो कई इसे कानून व्यवस्था की विफलता और मानवाधिकारों का उल्लंघन मान रहे हैं।
लोग कह रहे हैं कि किसी भी व्यक्ति को सजा देने का अधिकार केवल न्यायपालिका को है। इस तरह की भीड़ के हाथों इंसाफ कानून का उल्लंघन है। ऐसे मामलों में पुलिस को सूचित करना और कानूनी कार्रवाई कराना ही उचित तरीका होता है। फिलहाल पुलिस इस मामले की जांच में जुटी है और वायरल वीडियो की सत्यता और जिम्मेदार व्यक्तियों की पहचान की जा रही है।