बसपा प्रत्याशी चितरंजन कुमार को AIMIM ने दिया समर्थन, रोमांचक हुई वजीरगंज विधानसभा चुनाव Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: चुनावी सभा में सम्राट चौधरी ने बताया ‘लालटेनिया’ का मतलब, लालू परिवार पर जमकर बरसे Bihar Election 2025: बिहार के इस नक्सल प्रभावित इलाके में 73 साल बाद होगी वोटिंग, चुनाव को लेकर मतदाताओं में भारी उत्साह ब्रजेश ऑटोमोबाइल्स महिन्द्रा ने रचा नया कीर्तिमान, सितम्बर-अक्टूबर में 2035 वाहनों की डिलीवरी Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला Bihar Election 2025: ‘लालू-नीतीश ने बिहार के बच्चों की पीठ पर मजदूरी का बोरा बांधा’, प्रशांत किशोर का बड़ा हमला ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी ISRO GSAT-7R Launch: ISRO ने नौसेना के लिए एडवांस्ड सैटेलाइट GSAT-7R को किया लॉन्च, अंतरिक्ष से समुद्री सीमा की होगी सख्त निगरानी Pankaj Tripathi Mother Death: एक्टर पंकज त्रिपाठी की मां का निधन, हेमवती देवी ने 89 वर्ष की आयु में ली आखिरी सांस
18-Jan-2025 06:45 AM
By First Bihar
UP पुलिस रेडियो ऑपरेटर और हेड ऑपरेटर मैकेनिकल के 936 पदों पर भर्ती प्रक्रिया में डिग्री और डिप्लोमा योग्यता को लेकर उत्पन्न विवाद ने भर्ती को रद्द कर दिया है। यह भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2022 में शुरू हुई थी, जिसमें 80,000 से अधिक आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से लगभग 40,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा दी थी। हालांकि, डिग्री और डिप्लोमा धारकों के बीच योग्यता विवाद ने इस प्रक्रिया को कोर्ट तक पहुंचा दिया।
डिग्री और डिप्लोमा का विवाद
वर्ष 2021 में, यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड की तत्कालीन चेयरमैन रेणुका मिश्रा ने डिग्रीधारकों को आवेदन के लिए योग्य माना था। इसके विपरीत, वर्तमान चेयरमैन राजीव कृष्णा ने डिग्रीधारकों की योग्यता को अमान्य करार देते हुए इस प्रस्ताव को निरस्त कर दिया। इससे परीक्षा को लेकर विवाद खड़ा हो गया और डिग्रीधारक हाईकोर्ट पहुंचे।
कोर्ट का हस्तक्षेप
इस विवाद पर सुनवाई करते हुए इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने 8 जनवरी 2025 को परीक्षा रद्द कर दी। कोर्ट ने पुलिस भर्ती बोर्ड को यह स्पष्ट निर्देश दिया कि भर्ती प्रक्रिया में योग्यता मानकों में बदलाव का अधिकार केवल शासन स्तर पर है। कोर्ट ने बोर्ड को छह महीने के भीतर नई परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया।
भर्ती प्रक्रिया का प्रभाव
इस निर्णय से 936 पदों पर भर्ती के इच्छुक हजारों उम्मीदवारों को निराशा का सामना करना पड़ा है। विवाद के कारण भर्ती प्रक्रिया लंबित होने से न केवल उम्मीदवारों का समय प्रभावित हुआ है, बल्कि प्रशासनिक देरी भी हुई है।
भर्ती बोर्ड का नोटिस
उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती और प्रोन्नति बोर्ड ने इस संबंध में एक आधिकारिक नोटिस जारी किया है। नोटिस के अनुसार, रद्द की गई परीक्षा को आगामी छह महीनों में पूरा करने की योजना है। बोर्ड ने यह भी स्पष्ट किया कि पूरी प्रक्रिया से संबंधित जानकारी उनकी आधिकारिक वेबसाइट uppbpb.gov.in पर उपलब्ध कराई जाएगी।
आगे की राह
उम्मीदवारों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर है कि वे अपनी तैयारी को बेहतर बनाएं और नई परीक्षा की प्रतीक्षा करें। यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने इस प्रक्रिया को पारदर्शी और सुगम बनाने का वादा किया है। यह विवाद भर्ती प्रक्रियाओं में स्पष्टता और पारदर्शिता की आवश्यकता को उजागर करता है। उम्मीद है कि आगामी परीक्षा सभी मानकों को ध्यान में रखते हुए सही और निष्पक्ष तरीके से आयोजित की जाएगी।