ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: 25 हजार का इनामी अपराधी सुदर्शन खां गिरफ्तार, 10 से अधिक मामलों में था वांछित महाराष्ट्र में हिंदी भाषियों पर हमले के खिलाफ समाजसेवी अजय सिंह ने भोजपुर में दर्ज कराई शिकायत, कार्रवाई की मांग बिहार में अपराधी बेलगाम: बेतिया में नाबालिग से गैंगरेप, भागलपुर में महिला से दुष्कर्म की कोशिश ISM पटना में “अंतरराष्ट्रीय शोध और उच्च अध्ययन” पर सेमिनार,भारत-यूरोप शिक्षा सहयोग पर हुई चर्चा Bihar News: CM नीतीश ने संविदा-आउटसोर्स वाली नियुक्ति को लेकर की बड़ी घोषणा...इन्हें मिलेगा बड़ा लाभ, जानें... बिहार के उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा का जन्मदिन आज, भारत प्लस ग्रुप के CMD अजय सिंह ने दी बधाई Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Crime News: बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर फिर से हमला, दारोगा समेत चार जवान घायल; स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ Bihar Election 2025: बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन विवाद के बीच चुनाव आयोग का X पर पोस्ट, दिया अनुच्छेद 326 का हवाला Bihar Election 2025: बिहार में वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन विवाद के बीच चुनाव आयोग का X पर पोस्ट, दिया अनुच्छेद 326 का हवाला

Bihar News: समस्तीपुर में एक ही परिवार के 3 लोगों की मौत, शव निकालने के लिए बुलानी पड़ी JCB

Bihar News: समस्तीपुर में शौचालय टंकी साफ करते वक्त बाप-बेटे समेत तीन की दम घुटने से मौत हो गई है। JCB से निकाले गए शव, हसनपुर सीएचसी पर लगे लापरवाही के आरोप।

Bihar News

09-Jul-2025 10:23 AM

By First Bihar

Bihar News: बिहार के समस्तीपुर जिले में मंगलवार की देर शाम एक दर्दनाक हादसा हुआ है। जिसमें शौचालय की टंकी साफ करने के दौरान एक ही परिवार के तीन लोगों की दम घुटने से मौत हो गई। यह घटना लरझाघाट थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई, जहां भानू साह के बेटे राम उमेश साह (42), उनके भाई दया राम साह और दया राम का 15 वर्षीय बेटा राधेश्याम कुमार टंकी में उतरते वक्त बेहोश हो गए। रिसाव रोकने के लिए सफाई के दौरान ऑक्सीजन की कमी से तीनों की जान चली गई, जिसने पूरे गांव को शोक में डुबो दिया है। शवों को निकालने के लिए जेसीबी से टंकी की दीवार तोड़नी पड़ी।


यह हादसा तब हुआ जब राम उमेश साह टंकी में उतरे और बाहर नहीं लौटे। इसके बाद दया राम उन्हें बचाने के लिए नीचे गए, लेकिन वे भी बेहोश हो गए। फिर राधेश्याम ने अपने पिता को बचाने की कोशिश की पर तीनों ही जहरीली गैसों के कारण अचेत हो गए। शोर सुनकर ग्रामीणों ने जेसीबी मंगवाकर टंकी की दीवार तोड़ी और रस्सियों से शवों को बाहर निकाला। घायलों को तत्काल हसनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां प्राथमिक इलाज के बाद उन्हें गंभीर हालत में बेगूसराय रेफर किया गया। लेकिन रास्ते में ही तीनों की मौत हो गई।


परिजनों और ग्रामीणों ने हसनपुर सीएचसी पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। परिजनों का कहना है, "हमने तीनों को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन वहां ऑक्सीजन तक उपलब्ध नहीं थी। डॉक्टरों ने गंभीरता नहीं दिखाई। समय पर इलाज मिला होता तो शायद उनकी जान बच सकती थी।" वहीं, अस्पताल प्रशासन का दावा है कि मरीजों की हालत पहले से ही नाजुक थी और उन्हें बचाना संभव नहीं था।