ब्रेकिंग न्यूज़

BIHAR: 15 सितंबर को अमृत भारत का परिचालन, जोगबनी और सहरसा से यहां तक चलेगी ट्रेन, प्रधानमंत्री दिखाएंगे हरी झंडी शिवहर में पिता पर नाबालिग बेटी से दुष्कर्म का आरोप, पुलिस ने दर्ज किया FIR अररिया में 4 दिनों से बिजली गायब: ट्रांसफार्मर नहीं बदले जाने से गुस्साए ग्रामीणों ने किया सड़क जाम हंगामा सहरसा में शिक्षिका के घर दिनदहाड़े चोरी, 10 लाख के जेवरात और नगदी पर किया हाथ साफ ब्रह्मपुर में NDA कार्यकर्ता सम्मेलन: BJP सहित सहयोगी दलों के नेताओं ने दिखाया शक्ति प्रदर्शन गोल एजुकेशन विलेज में "हाउ टू क्रैक नीट" सेमिनार, मेडिकल की तैयारी कर रहे सैकड़ों छात्रों ने लिया भाग Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश Bihar News: बिहार में राजस्व महा–अभियान के तीसरे चरण को लेकर समीक्षा बैठक, अपर मुख्य सचिव और सचिव ने दिए ये निर्देश सुमित सिंह हत्याकांड: राजद नेता रामबाबू सिंह ने राजपूत महापंचायत के आंदोलन को दिया समर्थन बड़हरा से अजय सिंह की पहल पर अयोध्या के लिए रवाना हुआ 15वां जत्था, अब तक 2700 श्रद्धालु कर चुके रामलला के दर्शन

ED Raid in Patna: नीतीश राज में भ्रष्टाचार का नंगा नाच...RWD के बाद BCD ने कराई फजीहत ! कैश के साथ पकड़े जाने पर S.E. ने कहा था- 'मुंह खोला तो 'पटना' में विस्फोट हो जाएगा, ऊपर पहुंचाने जा रहा था पैसा

ED Raid in Patna:भवन निर्माण विभाग के मुख्य अभियंता तारणी दास के ठिकानों पर छापेमारी। रिटायरमेंट के तुरंत बाद संविदा नियोजन पर उठे सवाल। जयंत राज के RWD मंत्री रहते S.E. का खेल पकड़ा गया था. तब सरकार की भारी फजीहत हुई थी. पढ़ें खास रिपोर्ट...

ED Raid in Patna,ED Raid Patna, Bihar Corruption, तारणी दास छापेमारी, भवन निर्माण विभाग घोटाला, जयंत राज भ्रष्टाचार, इंजीनियर रिश्वत, मुजफ्फरपुर कैश केस, बिहार सरकार घोटाला,Corruption, तारिणी दास छापे

27-Mar-2025 12:45 PM

By Viveka Nand

 ED Raid in Patna: नीतीश राज का भवन निर्माण विभाग फिर चर्चा में है. चर्चा अच्छे कामों के लिए नहीं हो रही है, बल्कि विभाग के मुख्य अभियंता के भ्रष्टाचार को लेकर है, क्यों कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) आज विभाग के मुख्य अभियंता तारणी दास के ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. चर्चा....रिटायरमेंट के बाद ऐसे इंजीनियर को आनन-फानन में फिर से उसी पद पर नियोजन को लेकर है. वर्तमान में भवन निर्माण विभाग के मंत्री जयंतराज हैं. 2020-22 की एनडीए सरकार में ये ग्रामीण कार्य विभाग के मंत्री थे. तब एक अधीक्षण अभियंता को लेकर ग्रामीण कार्य विभाग काफी चर्चा में आया था. मोटी रकम के साथ पकड़े गए अधीक्षण अभियंता ने पुलिस के समक्ष कहा था, '' मुंह खोला तो पटना में विस्फोट हो जाएगा.''  भ्रष्टाचार के आरोपी इंजीनियर को तीन महीने बाद भी सस्पेंड नहीं करने पर मंत्री जयंत राज की काफी फजीहत हुई थी. तब का गया था कि आरोपी इंजीनियर को मंत्री ही बचा रहे हैं. 

कैश से भरा था अधीक्षण अभियंता की गाड़ी 

बात 28 अगस्त 2021 की है. ग्रामीण कार्य विभाग दरभंगा अंचल के प्रभारी अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार की गाड़ी मुजफ्फरपुर के फकुली ओपी क्षेत्र में पकड़ी गई थी. मुजफ्फरपुर पुलिस ने जब गाड़ी रोकी तो अधीक्षण अभियंता उसी गाड़ी में सवार थे. पकड़े जाने के बाद धनकुबेर इंजीनियर ने पुलिस को धौंस दिखाया था. इसके बाद गाड़ी चेकिंग की गई तो 18 लाख रू कैश मिला, जब पटना स्थित उनके आवास की तलाशी ली गई तो 49 लाख नकद मिले थे. इस तरह से कुल 67 लाख बरामद किए गए थे. इसके बाद मामला काफी तूल पकड़ा था. पैसे से भरे बैग मिलने पर पुलिस ने जब सख्ती बरती तो इंजीनियर अनिल कुमार ने कहा था, ''मुंह खोला तो बिहार में विस्फोट हो जायेगा.''  इसके बाद भी पुलिस ने पीआर बांड पर उन्हें छोड़ दिया था. लेकिन मामला तूल पकड़ा तो जांच में तेजी आई.  इसके बाद पुलिस ने फरवरी 2022 में गिरफ्तार कर लिया था. उन्हें पूछताछ के लिए पहले फकुली ओपी पर बुलाया गया था। बाद में शहर में लाकर उनसे पूछताछ की गई। इस दौरान संतोषजनक उत्तर नहीं देने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.

ग्रामीण कार्य विभाग ने जांच का बहाना बना  आरोपी की फाईल दबा दिया था...

बता दें, 28 अगस्त 2021 को भारी मात्रा में कैश मिलने के बाद अगले तीन महीने तक ग्रामीण कार्य विभाग ने आरोपी इंजीनियर अनिल कुमार को सस्पेंड नहीं किया था. इसके बाद मामला विधानसभा में उठा . भाजपा विधायक संजय सरावगी ने सदन में सवाल उठाते आरोप लगाया था कि सरकार भ्रष्ट अधिकारी को बचा रही है. तब के मंत्री जयंत राज को जवाब देते नहीं बन रहा था. सरकार की काफी फजीहत हुई थी. मंत्री जयंतराज पूरे तौर पर घिर गए थे. इसके बाद स्पीकर ने सदन की कमेटी से जांच के आदेश दिए थे. विधानसभा में मामला उठने और फजीहत होने के बाद भ्रष्टाचार के आरोपी अधीक्षण अभियंता अनिल कुमार को सस्पेंड किया गया था. इसी बीच मुजफ्फरपुर पुलिस ने जांच तेज की और फऱवरी 2022 में भारी मात्रा कैश जब्त केस में आरोपी इंजीनियर को गिरफ्तार कर लिया था.