सहरसा में बाइक की डिक्की से चोरी हुए 3 लाख रूपये कटिहार से बरामद, आरोपी फरार आर्केस्ट्रा में नाबालिगों के शोषण के खिलाफ पुलिस की बड़ी कार्रवाई, 21 लड़कियों को कराया मुक्त, 3 आरोपी गिरफ्तार बेगूसराय में बाइक सवार युवकों की दबंगई, 10 रूपये की खातिर पेट्रोल पंप पर की मारपीट और फायरिंग SUPAUL: छातापुर में संतमत सत्संग का 15वां महाधिवेशन संपन्न, VIP के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संजीव मिश्रा ने महर्षि मेही परमहंस को दी श्रद्धांजलि Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Sonia Gandhi Admitted: कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी की तबीयत बिगड़ी, इलाज के शिमला के अस्पताल पहुंचीं Bihar News: बिहार महिला आयोग में भी अध्यक्ष-सदस्यों की हुई नियुक्ति, इन नेत्रियों को मिली जगह, जानें... Bihar Crime News: बिहार में पंचायत के दौरान खूनी खेल, गोली मारकर युवक की हत्या; गोलीबारी से दहला इलाका Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा? Bihar News: बिहार को मिली एक और बड़ी उपलब्धि, शिक्षा, शोध और सेवा को नई उड़ान; डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने क्या कहा?
28-Mar-2025 09:29 AM
By First Bihar
CBSE EXAM: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) से जुड़ी यह बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। बोर्ड वैसे छात्रों को एग्जाम देने से रोक सकती है जिन्होंने डमी स्कूल में अपना एडमिशन करवाया है। तो आइए जानते हैं कि इसको लेकर ताजा अपडेट क्या है।
जानकारी के अनुसार, CBSE ने अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जो कक्षा 12 के छात्र 'डमी स्कूलों' में नामांकित हैं, उन्हें बोर्ड परीक्षा में बैठने से रोकने पर विचार करें। सीबीएसई के अधिकारियों ने इस बारे में बताया कि यदि छात्र नाम के लिए किसी डमी स्कूल से जुड़े हैं और असल में वहां पढ़ाई नहीं हो रही है, तो उन्हें परीक्षा में शामिल होने का मौका नहीं मिलेगा।
सीबीएसई ने यह भी कहा कि इस मामले की जिम्मेदारी छात्रों और उनके माता-पिता पर भी है, क्योंकि नियमित स्कूल न जाने का फैसला उन्हीं का होता है।
आपको बताते चले कि, पिछले साल दिसंबर में CBSE ने दिल्ली, बेंगलुरु, वाराणसी, बिहार, गुजरात और छत्तीसगढ़ के 29 स्कूलों में एक्शन लेकर 'डमी' छात्रों के नामांकन की जांच की थी। कई छात्र, खासकर जो इंजीनियरिंग और मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, डमी स्कूलों में नामांकन करते हैं ताकि वे अपनी पूरी ऊर्जा केवल प्रतिस्पर्धी परीक्षा की तैयारी पर केंद्रित कर सकें। ये छात्र कक्षाओं में नहीं जाते और सीधे बोर्ड परीक्षा में बैठते हैं।