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24-Feb-2025 01:15 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Teacher News: बिहार में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार से लेकर विभाग के स्तर पर लगातार सख्त फैसले लिए जा रहे हैं। लगातार फर्जीवाड़ा करने वाले शिक्षकों के ऊपर एक्शन भी हो रहा है। ताजा मामला भोजपुर से सामने आया है, जहां पिछले कई वर्षों से फर्जीवाड़ा का खेल चल रहा था लेकिन अब निगरानी ने इसका खुलासा कर दिया है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के खुलासे के बाद शिक्षा विभाग भी हैरान है।
दरअसल, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने भोजपुर में दो फर्जी शिक्षकों के खिलाफ थाने में मामला दर्ज कराया है। केस दर्ज होने के बाद पुलिस ने बीते शनिवार को एक शिक्षक को अरेस्ट कर जेल भेज दिया जबकि दूसरे की तलाश जारी है। पुलिस की गिरफ्त में आया पहला शिक्षक कृष्णागढ़ थाना क्षेत्र के सरैया गांव का रहने वाला रवि कुमार गुप्ता है जो पिछले 13 साल से शिक्षा विभाग की आंखों में धूल झोंक रहा था और उत्क्रमित मध्य विद्यालय घांघर में फर्जी तरीके से प्रखंड शिक्षक के तौर पर काम कर रहा था।
निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने कागजातों की जांच में प्रखंड शिक्षक रवि कुमार गुप्ता के बीएड के सर्टिफिकेट को फर्जी पाया है। शिक्षक ने अपने फोल्डर में जमा किए कागजातों में यूपी के जौनपुर कॉलेज का फर्जी प्रमाण पत्र जमा किया था। जांच में कागजातों के फर्जी पाए जाने के बाद शिक्षक के खिलाफ कृष्णागढ़ थाने में 20 फरवरी को केस दर्ज कराया गया है। केस दर्ज होते ही पुलिस ने आरोपी शिक्षक स्कूल जाने के दौरान बीच रास्ते से ही अरेस्ट कर जेल भेज दिया।
वहीं दूसरा मामला भोजपुर के उदवंतनगर स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय डिलीयां के है, जहां साल 2015 से प्रखंड शिक्षिका के तौर पर तैनात नीतिका चौधरी के डिप्लोमा का सर्टिफिकेट मध्यप्रदेश के भोपाल का पाया गया है, जो निगरानी की जांच में फर्जी पाए गए हैं। यह प्रमाण पत्र किसी दूसरी महिला का है, जिसका फोटो हटाकर नीतिका चौधरी ने अपना फोटो लगा दिया था। इस मामले में उदवंतनगर थाना में शिक्षिका के खिलाफ केस दर्ज कराया गया है। आरोपी शिक्षिका मूल रूप से आरा के मौलाबाग की रहने वाली है।
बता दें कि भोजपुर समेत पूरे राज्य में बड़ी संख्या में शिक्षकों के फर्जी कागजात के आधार पर शिक्षक की नौकरी पाने की आशंका है। जिसको लेकर विभाग काफी सख्त है। अभी भी निगरानी सैकड़ों फर्जी शिक्षकों के कागजातों की गहन जांच कर रही है। जैसे-जैसे जांच रिपोर्ट सामने आ रही है, बारी-बारी से ऐसे फर्जी शिक्षकों के खिलाफ एक्शन हो रहा है।